बिहार चुनाव से पहले ओवैसी और कुशवाहा का नया गठबंधन
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले छह दलों का एक नया गठबंधन बना है. इस गठबंधन को ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ़्रंट नाम दिया गया है.
डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ़्रंट में असदउद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी दल डेमोक्रेटिक, जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी शामिल हैं. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को इस गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया गया है. इस सभी दलों ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर अपने नए गठबंधन और मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा की. इस मोर्चे के के संयोजक देवेंद्र यादव होंगे और सभी दल एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. नए गठबंधन के ऐलान के मौके पर असदुद्दीन ओवैसी ने जदयू-बीजेपी और राजद-कांग्रेस दोनों गठबंधनों की आलोचना करते हुए कहा कि दोनों के शासन में गरीबों को कोई फायदा नहीं हुआ. ओवैसी ने कहा, ”नीतीश कुमार और बीजेपी के 15 साल और राजद-कांग्रेस के 15 साल के शासन के बाद भी बिहार में गरीबों को कोई फायदा नहीं हुआ है. राज्य सामाजिक, आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र में अभी भी पीछे हैं. हमने बिहार के भविष्य के लिए इस गठबंधन को बनाया है और हम सफल होने की पूरी कोशिश करेंगे.” इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने, ”हम बिहार की जनता से आग्रह करते हें कि उन दोनों को आपने 30 साल दिए. इस गठबंधन को बिहार की जनता सिर्फ़ पाँच साल दें.” ”पांच साल में हम करके बताएंगे कि इसी राज्य में नौजवानों को रोजगार कैसे मिलता है, सरकारी संस्थानों में शिक्षा की अच्छी व्यवस्था कैसे होती है और इलाज के लिए लोगों को दिल्ली नहीं जाना पड़े. हम ये करके दिखाएंगे. ” बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव होना है. 28 अक्टूबर, तीन और सात नवंबरको मतदान होगा और 10 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.