बिहार : तेजप्रताप यादव को नहीं मंजूर है ससुर की उम्मीदवारी, सारण से निर्दलीय देंगे चुनौती
पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने पार्टी से अलग लालू-राबड़ी मोर्चा बनाने का ऐलान कर दिया है. पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने आरोप लगाया है कि आज आरजेडी में उनको कोई सुनने को तैयार नहीं है, जिन्होंने अपनी पूरी जीवन पार्टी के लिए दिया. लेकिन टिकट देने की बारी आई तो बाहरी को टिकट थमा दिया गया.
इस दौरान उन्होंने तीन लोकसभा क्षेत्र के लिए उम्मीवारों के नाम की भी घोषणा की. हाजीपुर से बालेन्द्र दास, बेतिया से राजन तिवारी और जहानाबाद से चन्द्र प्रकाश यादव के नाम की घोषणा की. साथ ही उन्होंने कहा कि सारण सीट मेरे परिवार की पुस्तैनी सीट है. यहां से राबड़ी देवी चुनावा लडें, नहीं तो मैं खुद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लडूंगा. ज्ञात हो कि आरजेडी ने तेजस्वी यादव के ससुर चंद्रिका प्रसाद राय को सारण से उम्मीदवार बनाया है.
तेजप्रताप ने कहा की ऐसे में मेरे पास अलग मोर्चा बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा, ‘मैंने सिर्फ लोकसभा की दो सीटें मांगी थी, लेकिन वो भी नहीं मिली. मैं पूरी तरह से अपने माता-पिता और भाई के साथ हूं, लेकिन तेजस्वी के आसपास ऐसे लोग हैं जो नहीं चाहते हैं कि पार्टी आगे बढ़े.’ साथ ही तेजप्रताप यादव ने कहा कि लालू यादव हमारे हीरो हैं.
लालू यादव के बड़े बेटे का कहना है, ‘तेजस्वी कोई बच्चा नहीं हैं कि उनको कुछ भी पता नहीं है. तेजस्वी के साथ रहने वाले लोग ही उसे बरगला रहे हैं.’ साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मेरी बात पार्टी में नहीं सुनी जा रही है, ऐसे में मैंने अलग मोर्चा बना लिया है. साथ ही उन्होंने कहा, ‘पार्टी में नौजवानों की आज कोई पूछ नहीं हो रही है. काम निकल जाने के बाद नौजवानों का भुला दिया जाता है.’
तेजप्रताप यादव ने कहा कि लालू-राबड़ी मोर्चा नौजवानों और महिलाओं को मंच देने का काम करेगा. पार्टी के लिए जो लोग मेहनत करेंगे उसे वे आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि महागठंबंधन मजबूत है. आरएसएस और ‘जुमला पार्टी’ बिहार के साथ देश से विदा होने वाली है. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के शासन काल में बलात्कर और अपरहण कम नहीं हो रहा है.