बैंक से जुड़े काम जल्द निपटा लें, 30-31 मई को रहेगी हड़ताल
सरकारी बैंकों के हजारों कर्मचारियों और अधिकारियों ने 30 मई से दो दिन की देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है. इससे देशभर में बैंकिंग सर्विसेज बुरी तरह से प्रभावित हो सकती हैं. बिजनेस और इंडस्ट्री पर भी इसका बुरा असर पड़ने की आशंका है. बैंक कर्मियों ने इस हड़ताल का ऐलान वेतन में दो फीसदी की बढ़ोतरी के प्रस्ताव के विरोध में किया है. अगले सप्ताह बुधवार और गुरुवार को हड़ताल होने से बेहतर होगा कि जिन लोगों को बैंकों में काम है, वे आज यानी शुक्रवार और फिर अगले सप्ताह सोमवार व मंगलवार को अपने काम निपटा लें.बैंक यूनियनों के मुताबिक, इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) ने उनके वेतन में महज 2 फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है, जिसे 5 मई को हुई आईबीए की बैठक में लाया गया था. इसमें 31 मार्च, 2017 तक वेज बिल कॉस्ट में 2 फीसदी के इजाफे का प्रावधान है. लेकिन बैंक यूनियन ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है.इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक देवीदास तुलजापुरकर ने कहा कि बैंकों को जो नुकसान हो रहा है, उसका कारण एनपीए यानी बैड लोन है. इस नुकसान के लिए बैंक कर्मचारी जिम्मेदार नहीं हैं.उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन साल से बैंक कर्मचारियों ने जन-धन, नोटबंदी, मुद्रा योजना और अटल पेंशन योजना समेत अन्य योजनाओं को सुचारू रूप से चलाने में बड़ी भूमिका निभाई है. इससे कर्मचारियों पर काम का बोझ काफी बढ़ा है. ऐसे में उनके वेतन में महज 2 फीसदी के इजाफा का प्रस्ताव चौंकाने वाला कदम है.
गौरतलब है कि पिछले वेतन प्रावधान में आईबीए ने 15 फीसदी के वेतन इजाफे का प्रस्ताव दिया था. यह नवंबर 1, 2012 से 31 अक्टूबर, 2017 के बीच की अवधि के लिए था.यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियन में बैंक कर्मचारियों की नौ यूनियनें- ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA) और नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) शामिल हैं.