भारत-चीन संबंध बेहतर बनाने को तैयार, 24 घंटे के भीतर 6 बार मिलेंगे मोदी-शी
वुहान। भारत और चीन आज मध्य चीनी शहर वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच होने वाली दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक के बाद अपने तनावपूर्ण संबंध को फिर से व्यस्थित करने के लिए तैयार हैं। पीएम मोदी दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए चीन के वुहान पहुंच चुके हैं। यहां पर महज 24 घंटे के भीतर ही मोदी और शी चिनफिंग के बीच 6 मुलाकातें होगीं। इनमें एक मुलाकात ईस्ट लेक में बोट पर भी होनी है। इन मुलाकातों में दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों के बढऩे की रणनीतिक और दीर्घकालीन परिप्रेक्ष्य से समीक्षा करेंगे।
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के लिए चीन में खास शाकाहारी खाने की भी व्यवस्था की गई है। वुहान एयरपोर्ट पर पीएम मोदी को विदेश मंत्रालय के असिस्टेंट मिनिस्टर कॉग जुआंगयू, एंबेसडर ल्यू जायूं और हुबेई के वाइस गवर्नर टॉग डाओचा ने रिसीव किया। एशियाई के दोनों बड़े देश 1962 में युद्ध के मैदान में एक-दूसरे से टकरा चुके हैं और दोनों देशों के बीच आपसी असहमति का रिश्ता रहा है। वर्ष 2017 में डोकलाम विवाद ने दोनों देशों के संबंधों को फिर से निचले स्तर पर पहुंचा दिया था।
हालांकि इस बार मोदी और शी के बीच चीन के हृदय (वुहान) में अपने तरह की एक अलग बैठक यह बताने के लिए काफी है कि दोनों देश अपने तनावपूर्ण संबंधों में नयापन लाने के इच्छुक हैं। शी-मोदी की बैठक पहले की तुलना में अलग होगी, क्योंकि इस बार बातचीत की कोरियोग्राफी नहीं की जाएगी और वहां केवल मंडारिन बोलने वाला एक भारतीय दुभाषिया मौजूद रहेगा। एक अधिकारी ने कहा, यह विचार शियामेन सम्मेलन के दौरान उत्पन्न हुआ था। चीनी और भारतीय अधिकारियों ने कहा, इन दो दिनों के दौरान दोनों नेता एक या दो बार नहीं, बल्कि कई बार मुलाकात करेंगे और दिल-से-दिल की बात करेंगे।
पुष्ट सूत्रों के मुताबिक, मोदी और शी वुहान में माओत्से तुंग के ऐतिहासिक विला के नजदीक इस्ट लेक के पास समय गुजार सकते हैं या नौका विहार कर सकते हैं। बैठक के लिए हालांकि कोई औपचारिक एजेंडा नहीं है और दोनों नेता बातचीत के दौरान विवादस्पद मुद्दों जैसे सीमा विवाद संबंधी संयुक्त बयान भी जारी नहीं करेंगे। चीनी सरकार के एक-एक अधिकारी ने कहा, आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि शी भारत को किस तरह का महत्व दे रहे हैं, यह पहली बार है कि वह किसी विदेशी नेता के साथ इस तरह की बैठक कर रहे हैं। वे लोग सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत करेंगे।