भारत लौटने पर कर रहा विचार लेकिन अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित भी हूं: मेहुल चोकसी
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डोमिनिका में जमानत मिलने के बाद एंटीगुआ एवं बारबुडा पहुंच गया है। डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश के आरोप में वह 51 दिन तक वहां पर हिरासत में रहा। भारत से फरार होने के बाद चोकसी 2018 से एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा है, उसने वहां की नागरिकता भी ले ली है। एंटीगुआ आने के बाद चोकसी ने कहा कि मैं घर तो वापस आ गया लेकिन इस मामले में जो टॉर्चर सहना पड़ा है उसने मेरी आत्मा पर निशान छोड़ने की बजाय मेरे पर मानसिक और शारीरिक निशान छोड़े है। मेहुल चोकसी ने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय एजेंसियों द्वारा उनका अपहरण करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि मैं यह कभी नहीं सोच सकता था कि मेरा सारा कारोबार बंद कर और मेरी सारी संपत्ति यार जब तक कर ले जाएगी।चोकसी ने आगे कहा कि अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए मैं भारत लौटने पर विचार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि इस अपहरण के चलते पिछले 50 दिन से मेरी सेहत बद से बदतर हो गई है। मैं भारत लौटे पर विचार तो कर रहा हूं लेकिन मैं अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हूं। पता नहीं मानसिक और शारीरिक तौर पर मैं ठीक वापस लौट सकूंगा भी या नहीं। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं कई बार एजेंसियों को कहा कि वह अपने साथ यहां एंटीगुआ में आकर जांच करें। अपनी खराब सेहत की वजह से मैं यात्रा नहीं कर सकता। मैं हर तरीके से सहयोग करने के लिए तैयार था। लेकिन जिस प्रकार से मेरा अपहरण किया गया यह मानवता को नहीं दर्शाता और ना ही मैंने ऐसा कभी सोचा था।आपको बता दें कि चोकसी ने जमानत मांगते हुए अपनी चिकित्सीय रिपोर्ट भी अदालत में पेश की थी, जिसमें ‘सीटी स्कैन’ भी शामिल था। रिपोर्ट में उसके ‘हेमाटोमा’ (मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी) संबंधी स्थिति बिगड़ने की बात कही गई थी। चिकित्सकों ने ‘न्यूरोलॉजिस्ट’ और एक ‘न्यूरोसर्जिकल’ सलाहकार द्वारा चोकसी की चिकित्सा स्थिति की तत्काल समीक्षा कराने की सलाह दी थी। ‘सीटी स्कैन’ की रिपोर्ट 29 जून की है, जिस पर डोमिनिका के प्रिंसेस मार्गरेट हॉस्पिटल के चिकित्सकों येरंडी गाले गुटिरेज़ और रेने गिल्बर्ट वेरानेस ने हस्ताक्षर किए हैं।