मध्य प्रदेश में 2 BJP विधायकों ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में दिया वोट, मुख्यमंत्री ने साधा भाजपा पर निशाना
भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान दिया है कि बुधवार को एक बिल के संशोधन पर मध्य प्रदेश विधानसभा हुई वोटिंग के दौरान भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों ने उनके पक्ष में वोट दिया है। भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कांग्रेस सरकार के पत्र में वोट दिया है। कमलनाथ ने इस वोटिंग के बाद उनकी सरकार को अस्थिर बताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री ने कहा ‘’रोजाना भारतीय जनता पार्टी कहती है कि हमारी सरकार अल्पमत वाली सरकार और यह किसी भी दिन गिर जाएगी, आज विधानसभा में वोटिंग (अपराध कानून संशोधन पर) के दौरान भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों ने हमारी सरकार के पक्ष में वोट डाला है।‘’
मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने विधानसभा में आज ही कहा ‘’हमारे ऊपर वाले नंबर 1 या नंबर 2 का आदेश हुआ तो 24 घंटे भी आपकी सरकार नहीं चलेगी।’’
भाजपा नेता के इस बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में कहा ‘’आपके ऊपर वाले नंबर 1 और 2 समझदार हैं, इसलिए आदेश नहीं दे रहे, आप चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं।‘’
कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश के लिए चर्चाओं का बाजार इसलिए गरम है क्योंकि राज्य में कांग्रेस की सरकार निर्दलीय और अन्य दलों की बैसाखी पर टिकी हुई है और सरकार के पास कुल विधायक जरूरत से थोड़े ही ज्यादा हैं। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की संख्या कर्नाटक की तरह जरूरत से थोड़ा ही कम है।
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 116 विधायकों की जरूरत होती है, कांग्रेस के पास अपने 114 विधायक हैं और उसे बहुजन समाज पार्टी के 1, समाजवादी पार्टी के 1 तथा 4 निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। यानि कांग्रेस के पास जरूरत से ज्यादा 4 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसके पास 109 विधायक हैं सरकार बनाने के लिए 7 विधायकों की जरूरत पड़ेगी।