ममता बनर्जी के बातचीत प्रस्ताव को डॉक्टरों ने ठुकराया, हड़ताल जारी
नई दिल्ली। जूनियर डॉक्टरों से मारपीट के खिलाफ पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक पहुंची हड़ताल के बाद ममता बनर्जी सरकार काफी सक्रिय नजर अाई। शुक्रवार रात को सरकार की ओर से हड़ताली डॉक्टरों से बातचीत का प्रयास किया गया था, लेकिन डॉक्टर इस बात पर अड़े है कि मुख्यमंत्री बनर्जी एनआरएस मेडिकल कॉलेज आकर उनकी समस्याओं को सुनें।
पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक के डॉक्टर हडताल पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करें। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक आदि प्रदेशों के डॉक्टर भी हडताल करेंगे। दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल सरकार को हड़ताली डॉक्टरों की मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं कीं तो एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। दिल्ली के 14 बड़े अस्पतालों सहित 18 अस्पतालों ने शनिवार को हड़ताल पर रहने का आह्वान किया है। इस हड़ताल में 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर शामिल होंगे। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले इन सभी अस्पतालों के डॉक्टरों ने हड़ताल की पूर्व लिखित सूचना अपने मेडिकल सुपरिटेंडेंट को दी है। इन डॉक्टरों के हड़ताल में जाने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। डॉक्टरों की हड़ताल से हिंदुस्तान के कई हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है।