मसूद अज़हर को पकड़ने के लिए दो प्लान तैयार, कमांडो ऑपरेशन प्लान का हिस्सा
नई दिल्ली: जैश-ए-मोहम्मद सरगना आतंकी मसूद अजहर मरा नहीं है, वो जिंदा है और पाकिस्तान में एकदम महफूज भी है लेकिन अब उसकी मौत दूर नहीं है। मसूद के आखिरी दिन को लेकर सिर्फ तारीख का ऐलान होना बाकी है और उसकी मौत की तारीख और जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे। मोस्ट वॉन्टेड आतंकी मसूद अजहर के खात्मे के लिए पीएम मोदी ने दो बड़े प्लान तैयार किए हैं। पीएम मोदी मसूद अजहर को जिंदा पकड़ना चाहते हैं इसीलिए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना पर क्या एक्शन लेना है, कैसे पूरी कार्रवाई करनी है और उसे कैसे दबोचना है, इसे लेकर रविवार को दिल्ली में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की एक अहम मीटिंग हुई।
इस मीटिंग की अगुवाई खुद पीएम मोदी ने की। इस मीटिंग में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोवल ने मसूद अजहर और पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों को लेकर पीएम मोदी को आगे का प्लान बताया। ये डिटेल्स मसूद अजहर को जिंदा पकड़ने की रणनीति के बारे में थी। पीएम मोदी ने एनएसए का प्लान सुना और इसके बाद इस ऑपरेशन को ग्रीन सिग्नल दे दिया।
पीएम मोदी के प्लान-A के तहत अंतराष्ट्रीय दबाव से पाकिस्तान इतना बिलबिला उठेगा कि वो मसूद अजहर के सही ठिकाने के बारे में बताने के लिए तोते की तरह मजबूर हो जाएगा। मसूद अजहर और उसके पूरे आतंकी कुनबे का एक-एक राज़ खुद पाकिस्तान उगलेगा। हालांकि पाकिस्तान मसूद अजहर के बारे में बताने के लिए सहयोग करेगा, ये बहुत आसान भी नहीं है और इसमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी कोई शक नहीं है। इसके पीछे वजह ये है कि अगर पाकिस्तान के वजीर-ए-आज़म इमरान खान खुद भी चाह लें तो बाजवा की टेरर आर्मी ऐसा होने नहीं देगी।
इस बात की संभावना ज्यादा है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना किसी भी कीमत पर अपने पापों का खुलासा दुनिया के मंच पर नहीं करेगी और ना ही वो इतनी आसानी से आतंकी मसूद अजहर को भारत के हवाले करेगी, तो ऐसे में पाकिस्तान की गोद में छिपे मसूद अजहर के खात्मे के लिए मोदी सरकार ने प्लान B भी तैयार कर रखा है। प्लान B के मुताबिक पाकिस्तान में मसूद अज़हर का खात्मा जांबाज़ कमांडो करेंगे।
ये तय है कि प्लान B के तहत मसूद अजहर का खात्मा उसी तरह किया जाएगा जैसे पाकिस्तान के एबटाबाद में आतंकी ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सील कमांडो ने रात के वक्त उसके घर में घुसकर मारा था इसीलिए पाकिस्तान ने शातिर तरीके से प्रोपेगेंडा फैलाना शुरू कर दिया और इसकी आड़ में मसूद को दोबारा आर्मी हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया लेकिन पाकिस्तान की इस नौटंकी को हिंदुस्तान भी पिछले 70 सालों से देख रहा है। पाकिस्तान की एक-एक नस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छी तरह से पहचानते हैं इसीलिए पीएम मोदी और उनके रणनीतिकारों ने पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को ज़रा भी तवज्जो नहीं दी और ऑपरशन मसूद को जारी रखा है।