महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित, बीजेपी को मिली ऐतिहासिक जीत
महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। 6 सीटों के लिए हुए रोचक मुकाबले में बीजेपी ने 3 सीटें और महाविकास आघाडी गठबंधन ने 3 सीटें जीती हैं। दरअसल बीजेपी ने महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव में डॉ अनिल बोंडे, पीयूष गोयल और धनंजय महादिक को मैदान में उतारा था। चुनाव नतीजों में इन तीनों उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। जीत के बाद बीजेपी नेताओं ने विधानभवन में ही जश्न मनाया और गुलाल उड़ाकर अपनी जीत को सेलीब्रेट किया। इसके अलावा बीजेपी नेताओं ने छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक पर जाकर नमन किया और नारे लगाए।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और शिवसेना से संजय राउत और संजय पवार मैदान में थे। चुनाव नतीजों में संजय पवार को छोड़कर महाविकास आघाडी गठबंधन के बाकी तीनों कैंडीडेट जीत गए।
महाविकास आघाडी गठबंधन को लगा झटका
महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार को बड़ा झटका लगा है। बहुमत के बावजूद उसके कैंडीडेट संजय पवार हार गए। यहां उसके करीब 10 वोट फूट गए। दरअसल महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए ऐतिहासिक चुनाव हुआ और चुनाव का सस्पेंस आधी रात तक चला। बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए तीनों सीटें जीत लीं, वहीं 170 का बहुमत होते हुए महाविकास आघाडी के चौथे उम्मीदवार संजय पवार हार गए।
महाविकास आघाडी के विधायकों की रणनीति हुई फेल
महाविकास आघाडी के विधायको की तमाम बाड़ेबंदी और रणनीति फेल साबित हुई। दरसअल चुनाव के लिए शुक्रवार सुबह 9 बजे मतदान शुरू हुआ था और शाम करीब 4 बजे तक सभी 285 विधायकों ने वोट डाल दिए थे। लेकिन बीजेपी ने जितेंद्र आह्वाड, यशोमती ठाकुर, और सुहाड कांदे की वोटिंग पर सवाल उठाए और केंद्रीय चुनाव आयोग में शिकायत की। वहीं महाविकास आघाडी ने भी बीजेपी के सुधीर मुनगंटीवार और समर्थक विधायक रवि राणा की वोटिंग पर आपत्ति जताई और केंद्रीय चुनाव आयोग में काउंटर शिकायत की। इस मामले में शुक्रवार शाम 4 बजे से रात 2 बजे तक चुनाव आयोग में सुनवाई होती रही। फिर केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना विधायक सुहास कांदे के वोट को रद्द कर दिया।
रात 2 बजे वोटों की गिनती, रात करीब 3 बजे आया फैसला
इस चुनाव के लिए वोटों की गिनती रात 2 बजे तक चली और नतीजे रात करीब 3 बजे आए। एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को 43 वोट, बीजेपी के पीयूष गोयल 48 वोट और अनिल बोंडे को 48 वोट मिले। वहीं शिवसेना के संजय राउत 42 वोट और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी को 44 वोट मिले। बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार धनंजय महाडिक को कुल 41 वोट मिले।
बीजेपी की जीत पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कही ये बात
राज्यसभा चुनाव में मिली जीत के बाद बीजेपी नेताओं ने खुशी जताई। केंद्रीय मंत्री और चुनाव में जीत हासिल करने वाले पीयूष गोयल ने कहा कि ये जीत बीजेपी नेताओं और विधायकों की मेहनत से मिली है। शिवसेना ने 2019 में बीजेपी के साथ चुनाव लड़ा और बाद में धोखा दिया। अब राज्य की जनता शिवसेना को सबक सिखाएगी।
देवेंद्र फडणवीस ने दिया ये बयान
बीजेपी की जीत पर नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये चुनाव नए जीत की शुरुआत है। शिवसेना के सुहास कांदे का वोट रद्द न होता तो भी बीजेपी ही जीतती। बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार को संजय राउत से ज्यादा वोट मिले हैं। महाविकास आघाडी के वोट फूटे हैं क्योंकि इस सरकार में आंतरिक रूप से बहुत विरोध है और ये बढ़ता जाएगा। वहीं इस जीत पर महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चन्द्रकान्त पाटिल ने कहा है कि बीजेपी दोपहर में बीजेपी मुख्यालय में जश्न मनाएगी।
महाविकास आघाडी के नेताओं ने चुनाव नतीजों पर कही ये बात
राज्यसभा चुनाव में महाविकास आघाडी के चौथे उम्मीदवार संजय पवार के हारने से गठबंधन के नेता उदास दिखे। महाविकास आघाडी के नेताओं को ये जवाब देना मुश्किल हो गया कि बहुमत के बाद भी कैसे उनका उम्मीदवार हार गया और कैसे वोट फूटे।
कांग्रेस से 44 वोट पाकर जीतने वाले इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा है कि उन्हें अपनी जीत की खुशी है लेकिन शिवसेना के उम्मीदवार के हारने से गम भी हुआ है। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा है कि महाविकास आघाडी का उम्मीदवार कैसे हारा और कैसे वोट फूटे, इसका मंथन किया जाएगा।
वहीं एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि मैं पिछले कई वर्षों से राजनीतिक जीवन में हूं। पहली बार इतना रोचक चुनाव हुआ है। 8 घंटे बाद काउंटिंग हुई, जिसमें कई आक्षेप, आपत्तियां दर्ज हुईं। आखिरकार मैं जीत गया। हमारे महाविकास आघाडी का चौथा उम्मीदवार हार गया। यहां क्या गलत हुआ, हम उस पर मंथन करेंगे।
संजय राउत ने बीजेपी पर साधा निशाना
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार भले ही जीते हों, लेकिन ये जीत बीजेपी की नहीं है। बीजेपी ने हमारे 1 वोट को रद्द किया। चुनाव आयोग का गलत इस्तेमाल किया गया है। हमारे विधायकों पर प्रेशर बनाया गया, इसके बावजूद हमारे तीन विधायक जीतकर आए। हमें कुछ विरोधियों के वोट नहीं मिले। अगली बार निर्दलीय भी हमारे साथ ही रहेंगे। जो कमी रह गई, हम उसका सुधार करेंगे।इस जीत के बाद बीजेपी ने नारा दिया है कि राज्यसभा तो झांकी है, अभी विधानपरिषद चुनाव बाकी है। 20 जून को जब सीक्रेट बैलेट से विधानपरिषद की 10 सीटों के लिए चुनाव होगा तो निश्चित ही ये महाविकास आघाडी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा।