महाराष्ट्र सरकार ने होम आइसोलेशन पर लगाई रोक, मरीजों को जाना होगा कोविड सेंटर
महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने होम आइसोलेशन (Home Isolation) पर रोक लगा दी है जिसके बाद अब नए मरीजों को कोविड सेंटर जाना होगा. ये फैसला महाराष्ट्र के 18 जिलों में लागू होगा. इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि ”राज्य के 18 जिलों में होम आइसोलेशन पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है. ये 18 जिले वो हैं जहां पॉजिटिविटी रेट काफी ज्यादा है. ऐसे में इन जिलों के मरीजों को कोविड सेंटर जाना होगा. इन्हें होम आइसोलेशन में रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी.”
राजेश टोपे ने कहा, ” राज्य में पॉजिटिविटी रेट 12 फीसदी है, जबकि रिकवरी रेट 93 फीसदी है.” इसी के साथ उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस को राज्य में महामारी घोषित कर दिया गया है. उन्होंने कहा, फिलहाल राज्य में 2,245 ब्लैक फंगस के मामले हैं. ब्लैक फंगस से पीड़ित सभी मरीजों का इलाज महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत फ्री में किया जा रहा है.
बात करें कोरोना के कुल आंकड़ों की तो राज्य में अब तक 3 करोड़ 32 लाख 77 हजार 290 लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है. इनमें से 56 लाख 2 हजार 19 लोक अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और 51 लाख 82 हजार 592 लोग ठीक हो चुके हैं. राज्य में 27 लाख 29 हजार 301 लोग होम क्वारंटीन हैं और 24 हजार 932 लोग इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन हैं.
राज्य में 3 लाख से ज्यादा एक्टिव केस
फिलहाल राज्य में 3 लाख 27 हजार 580 एक्टिव पॉजिटिव केस हैं. यानी एक्टिव पॉजिटिव केस में भी कमी आ रही है. पुणे जिला जो एक्टिव पॉजिटिव केस के मामले में न सिर्फ महाराष्ट्र बल्कि देश में नंबर वन था, वहां एक्टिव केस अब 50 हजार से भी कम हो गए हैं. फिलहाल पुणे में 48 हजार 258 एक्टिव पॉजिटिव केस हैं. मुंबई महापालिका क्षेत्र में एक्टिव पॉजिटिव केस 28 हजार 299 हैं. इसी तरह ठाणे और नागपुर की बात करें तो ठाणे में एक्टिव पॉजिटिव केस की संख्या 24 हजार 337 और नागपुर में एक्टिव पॉजिटिव केस की संख्या 16 हजार 562 हैं.