मानसून सत्र में बदल जाएगी बैठक व्यवस्था, डिस्टेंसिंग के लिए सीटों पर लगाए गए कांच
नई दिल्ली. संसद के 14 सितंबर से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र (Monsoon Session 2020) के लिए भवन पूरी तरह से तैयार है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण इस बार का सत्र पहले के मुकाबले काफी अलग देखने को मिलेगा. मानसून सत्र के लिए संसद भवन को पूरी तरह से सैनेटाइज किया गया है. इसके साथ ही सभी टेबल के आगे शीशे लगाए गए हैं. दो लोगों में सोशल डिस्टेसिंग फॉलो किया जाए इसका भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने मानसून सत्र (Monsoon Session) से संबंधित तैयारियों के बारे में कहा, संसद के आगामी मानसूत्र सत्र के दौरान सभा के सुरक्षित संचालन के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक सत्र के दौरान कुल 18 बैठकें होंगी. लोकसभा की कार्यवाही पहले दिन सुबह की पाली और उसके बाद सत्रांत तक दूसरी पाली में चलेगी. ओम बिरला ने कहा, मानसून सत्र में आने वाले सांसदों और सभी लोगों की सुरक्षा को देखते हुए निम्न व्यवस्थाएं की गई हैंः-
-सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठक
-पारदर्शी पॉलीकार्बोनेट शीट
-उपयुक्त स्थानों पर एलईडी स्क्रीन
-टचलैस सैनिटाइजर, फुटमैट, टेम्परेचर स्कैनर व थर्मल स्क्रीनिंग कैमरे
-सभी का कोविड टेस्ट
थर्मल गन और स्कैनर से की जाएगी तापमान की जांच
बिरला के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के हर संभव उपाय किए जा रहे हैं. इसके लिए संसद परिसर और संसद भवन में प्रवेश के समय थर्मल गन और थर्मल स्कैनर से तापमान की जांच की जाएगी. इसके अलावा संसद परिसर में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जाएगी. 40 स्थानों पर टचलेस सैनेटाइजर लगाए जाएंगे और इमरजेंसी मेडिकल टीम व एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी. पूरे परिसर में COVID-19 से बचाव के दिशानिर्देशों को सख्ती से पालन किया जाएगा.
सांसदों को बैठकर रखनी होगी अपनी बात
लोकसभा चैम्बर में सामाजिक दूरी और अन्य दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा. सांसदों को अपनी बात बैठकर रखने की अनुमति भी दी जा रही है ताकि खड़े होकर बोलने पर संक्रमण के किसी खतरे की गुंजाइश नहीं रहे.
इस बार संसद सत्र के दौरान आम लोगों को संसद परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. कोरोना को देखते हुए संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए यह निर्णय किया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए दर्शक दीर्घाओं में सांसदों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी.