मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड : रंजीत रंजन ने लोकसभा में दिया कार्यस्थगन प्रस्ताव
नई दिल्ली/पटना : बिहार के बहुचर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड की कथित प्रमुख गवाह के मधुबनी सेल्टर होम से गायब होने के मामले में कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया है. इससे पहले भी उन्होंने लोकसभा में सीबीआई जांच की मांग का मुद्दा उठाया था.
ज्ञात हो कि बीते 30 मई को मजफ्फरपुर बालिका गृह से 14 बच्चियों को मधुबनी बालिका गृह के स्पेशल यूनिट में भेजा गया था. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की रिपोर्ट के आधार पर बच्चियों को मुजफ्फरपुर से शिफ्ट कर मधुबनी बालिका गृह भेजा गया था.वहीं, मधुबनी बालिका गृह की देखरेख कर रहे परिहार सेवा संस्थान की सचिव प्रज्ञा भारती के द्वारा बीते तीन अगस्त को समाज कल्याण विभाग के निदेशक सह राज्य बाल संरक्षण समिति के उपाध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा गया है कि 11 जुलाई को देर रात बालिका गृह से एक लड़की या तो पलायन (भाग) कर गई है या फिर उसे पलायन (भगाया) कराया गया है. लड़की के गृह में नहीं होने की पुष्टि सुबह चेकिंग के दौरान हुई.
पत्र में प्रज्ञा भारती ने लड़की के गायब (पलायन) होने के पीछे साजिश की आशंका व्यक्त की है. उन्होंने इस मामले को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है. उन्होंने पत्र में मजफ्फरपुर से आई शेष बच्चियों को जल्द ही किसी अन्य गृह में स्थानतरित करने की मांग भी की है. उन्होंने शंका जताया कि बच्चियों को फिर भगाया जा सकता है.
इस मामले में 12 जुलाई को मधुबनी टाऊन थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी और लड़की के भागने की सूचना दी गई थी. 16 जुलाई को पुलिस को लड़की के भागने के सीसीटीवी फुटेज भी सौंपे गए थे.