रक्षा खरीद से जुड़े मुद्दों पर राजनाथ ने आला अधिकारियों के साथ की बैठक
नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ रक्षा खरीद से जुड़े़ मुद्दों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां तक संभव हो सके वे बलों की जरूरतों को पूरा करने के लिये स्वदेशी उपाय ढूंढें। सिंह ने मित्र विदेशी मुल्कों (एफसीसीएस) के साथ रक्षा सहयोग गतिविधियों तथा रक्षा कूटनीति से जुड़े नीतिगत मामलों की भी समीक्षा की। इनमें एफसीसीएस के साथ द्विपक्षीय, बहुपक्षीय अभ्यास, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण तथा सामग्री सहयोग शामिल हैं। बैठक में रक्षा सचिव संजय मित्रा तथा रक्षा मंत्रालय के अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे।रक्षा मंत्रालय ने बताया,‘‘रक्षा मंत्री ने रक्षा खरीद से जुड़े मुद्दों की भी समीक्षा की। उन्हें रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी),बजट इस्तेमाल, अहम खरीद तथा उनमें निहित चुनौतियों के बारे में जानकारियां दी गईं।’’ मंत्रालय ने बताया,‘‘खरीद तथा भुगतान की वर्तमान स्थिति के अलावा उन्हें देशों के साथ अहम सौदों के निहितार्थ के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने अधिकारियों को जहां तक संभव हो बलों की जरूरतों की पूर्ति स्वदेशी उपायों के जरिये करने के निर्देश दिए।’’रक्षा मंत्री को हेड क्वार्टर्स इंटीग्रेटेड डिफेंस सर्विसेज एंड डिफेंस साइबर एजेंसी, डिफेंस स्पेस एजेंसी और आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल फोर्सेज डिवीजन जैसी तीनों सेनाओं की एजेंसियों सहित सशस्त्र बलों की योजना गतिविधियों के बारे में भी बताया गया। रक्षा मंत्री को ‘रक्षा योजना समिति’ के बारे में भी बताया गया। इसका गठन 2018 में किया गया था। इससे इतर डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने रक्षा मंत्री को ‘मेक इन इंडिया’ पहल के बारे में बताया और उन्हें ए-सैट मिसाइल का एक मॉडल भी भेंट किया।