रायगढ़ संदिग्ध बोट केसः मुंबई में आर्म्स एक्ट के तहत FIR दर्ज, जांच में 2 चॉपर भी मिले
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन तालुके के हरिहरेश्वर समुद्र तट में एक संदिग्ध बोट मे हथियार मिलने के मामले मेंं एफआईआर दर्ज कर ली गई है. महाराष्ट्र एंटी टरेरिज्म स्क्वॉड (एटीएस) की ओर से मुंबई में आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. आर्म्स ऐक्ट के सेक्शन 7 और 25 के तहत अनजाने शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. बोट में 3 ए के -47 और 600 राउंड बुलेट मिलने के साथ अब 2 तलवार और 2 चॉपर मिलने की बात भी सामने आई है. एटीएस ने इसका खुलासा किया है. बोट में अब भी सर्च जारी है.
मुंबई के काला चौकी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. टेरर ऐंगल से आगे की जांच महाराष्ट्र एटीएस की टीम कर रही है. अब नेशनल इन्वेस्टिंग एजेंसी (एनआईए) को भी इस जांच प्रक्रिया में शामिल किया गया है.
रायगढ़ से मिली थी नाव यह संदिग्ध, तुरंत अलर्ट हुई पुलिस
गुरुवार की सुबह रायगढ़ जिले के हरिहरेश्वर समुद्री तट पर 16 मीटर लंबी एक संदिग्ध बोट पाई गई थी. उस बोट पर 3 ए के-47 राइफल और कारतूस पाए गए थे. इसके बाद पहले पूरे इलाके में और थोड़ी ही देर में राज्य भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया. लेकिन फिर अधिकारियों ने इसके पीछे किसी भी तरह का कोई टेरर ऐंगल होने की बात से इनकार किया. फिर भी दही हांडी के त्योहार होने और आगामी गणेशोत्सव और नवरात्रि का ध्यान रखते हुए आतंकी कार्रवाई की साजिश रचे जाने की आशंका जताई गई और राज्य भर में नाकाबंदी और तलाशी अभियान तेज कर दी गई.
इस बोट के बारे में विधानसभा में जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लेडी हान नाम का यह बोट एक ऑस्ट्रेलियन महिला का है, जिसके पति जेम्स हार्बर्ट इसके कप्तान हैं. जून के महीने में मस्कट से यूरोप जा रही यह बोट इंजन में खराबी आने की वजह से भटक गई. इस बीच एक कोरियन युद्ध नौका ने इसमें मौजूद खलासी को बचाया. लेकिन बोट को टोइंग नहीं किया जा सका और यह भटक कर रायगढ़ के समुद्री किनारे तक आ पहुंची. इस बोट में हथियार और कागजात थे. इसके साथ ही एक और छोटी सी बोट मिली. इसमें लाइफ जैकेट और कुछ कागजात पाए गए.
ओमान सिक्योरिटी की बोट आई भटक कर, नेपच्यून मेरीटाइम सिक्योरिटी लिमिटेड का लगा स्टिकर
पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक यह बोट ओमान सिक्योरिटी फोर्स की है. यह जून के महीने में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भटक गई. इस बोट में नेपच्यून मेरीटाइम सिक्योरिटी लिमिटेड कंपनी का स्टिकर लगा हुआ देखकर संबंधित कंपनी से संपर्क किया गया. यह कंपनी यूके में 2009 में रजिस्टर्ड हुई थी. कंपनी ने यह कबूल किया कि संबंधित बोट उसकी कंपनी की है. कंपनी ने यह स्वीकार किया कि यह बोट जून में भटक गई थी. कंपनी की ओर से बताया कि वह हमले होने पर आत्मरक्षा के लिए हथियार उपलब्ध करवाने का काम करती है.