राष्ट्रवाद पर ‘RSS के विमर्श’ का जवाब देने के लिए तैयार है ‘कांग्रेस सेवा दल’
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उससे जुड़े संगठनों की ओर से समय-समय पर राष्ट्रवाद को लेकर खड़े किए जाने वाले विमर्श की काट के तौर पर कांग्रेस के सेवा दल ने हर महीने के आखिरी रविवार को एक हजार जिलों/शहरों में ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। सेवा दल अपने इन ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रमों में गांधी और नेहरू के सिद्धांतों और ‘धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता और बहुलवादी विचारों’ पर आधारित राष्ट्रवाद पर विमर्श शुरू करने का प्रयास करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से स्वीकृति मिलने का बाद सेवा दल इस कार्यक्रम को लेकर आगे बढ़ेगा।
सेवा दल संगठन के स्तर पर व्यापक बदलाव की भी तैयारी में है और इसको लेकर उसने एक ब्लू्प्रिंट भी तैयार किया है। इसे सोमवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में सार्वजनिक किया जाएगा। सेवा दल के मुख्य संगठक लालजी भाई देसाई ने बताया, ‘पिछले कुछ वर्षों में सेवा दल पहले की तरह की सक्रिय नहीं रह गया और वह सिर्फ कांग्रेस के कार्यक्रमों के आयोजनों के प्रबंधन तक सीमित रह गया था। हम इसे फिर से मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। अब हम राष्ट्रनिर्माण, राष्ट्रसेवा, संगठन निर्माण और पार्टी के मुख्य संगठन के साथ तालमेल बिठाकर काम करने पर जोर देंगे।’
उन्होंने कहा, ‘हम धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता और बहुलवादी विचारों’ पर आधारित राष्ट्रवाद पर विमर्श शुरू करने का प्रयास करेंगे।’ देसाई के मुताबिक फिलहाल 700 जिलों और शहरों में सेवा दल का संगठन है जहां 20 से लेकर 200 तक की संख्या में उसके कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा, ‘सेवा दल में हम युवा इकाई शुरू करने जा रहे हैं। महिला इकाई पहले से थी। युवा इकाई शुरू होने से हमें युवाओं को अपने साथ जोड़ने में मदद मिलेगी।’ देसाई ने कहा कि सेवा दल ने संगठन निर्माण और आगे के कार्यक्रमों को लेकर एक ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है और 11 जून को राहुल गांधी