राष्ट्रपति जो बाइडेन पर बरसे डोनाल्ड ट्रंप,देश की सुरक्षा पर समझौता करने का आरोप
अमेरिका (US) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) पर बड़ा आरोप लगाया है. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका पर रूस और तेन निर्यातक देश संगठन (OPEC) के साथ ऑयल सप्लाई के लिए दबाव डाला जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने व्हाइट हाउस पर अमेरिका की सुरक्षा के साथ समझौता करने का बड़ा आरोप भी लगाया है.
आइवो में ‘सेव अमेरिका’ में बोलते हुए ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. ट्रंप ने कहा, ‘पहली बार ऐसा हुआ था जब हमें ऊर्जा के लिए किसी पर निर्भर होने की जरूरत नहीं थी. हमारे पास आजादी थी. जब मैंने ऑफिस छोड़ा हमारे पास बहुत ऊर्जा थी. सऊदी अरब और रूस से भी ज्यादा तेल और गैस था. अब हम उनसे मदद मांगने पर मजबूर हैं.’
व्हाइट हाउस ने की ओपेक से रिक्वेस्ट
ऐसी खबरें हैं कि व्हाइट हाउस की तरफ से ओपेक और इसके साथी देशों से मदद मांगी गई है. रूस ओपेक देशों का नेतृत्व करता है. अगस्त में अमेरिका की तरफ से मदद मांगने की खबरें आई थीं. उाके बाद से ओपेक की तरफ से क्रूड ऑयल के आउटपुट को बढ़ाने की याचिका को नजरअंदाज किया जा रहा है.
कहा गया है कि ओपेक उसी वर्तमान समझौते पर अड़ा है जिसके तहत उसने पिछले वर्ष नवंबर में प्रतिदिन 400,000 बैरल ऑयल देने पर हामी भरी थी.
इस हफ्ते अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफर ग्रानहोलम ने कहा है कि वो इस बात से इनकार नहीं कर सकती हैं कि एक बार फिर से क्रूड ऑयल के निर्यात पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. अमेरिका ने साल 2015 में कच्चे तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.
देश की सुरक्षा खतरे में
ट्रंप ने इस रैली में बाइडेन पर देश की सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाया. साथ ही वो अफगानिस्तान के मसले को लेकर भी बाइडेन पर बरसे. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में छूटे अमेरिकी सैन्य उपकरणों से अब रूस और चीन समेत अन्य शक्तियों को फायदा होगा.
ट्रंप के शब्दों में, ‘रूस और चीन के पास पहले से ही हमारे महान हेलीकॉप्टरों के नमूने हैं, हमारे पास अपाचे हेलीकॉप्टर हैं और वे अब उपकरण को फिर से इंजीनियरिंग कर रहे हैं, वे डी-इंजीनियरिंग कर रहे हैं, वे इसे अलग कर रहे हैं, वे इसका पता लगा रहे हैं और बहुत जल्द ही वे कम पैसे में सबसे अच्छी चीजें बनायेंगे.’
ट्रंप की मानें तो कुछ दावों से अलग अफगानिस्तान में छोड़े गए मिलिट्री इक्विपमेंट खराब नहीं थे. उनका कहना था कि अमेरिकी हथियारों और उपकरणों को भारी तादाद में ब्लैक मार्केट में बेजा जा रहा है. उनका बाइडेन प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया और कहा कि अफगानिस्तान से निकाले गए तमाम लोगों में से सिर्फ 3 फीसदी ही वाशिंगटन ले जाने लायक थे. मगर प्रशासन उन्हें पता नहीं था कि एयरक्राफ्ट पर कौन सवार हो रहा है.