राहुल गांधी ED ऑफिस पहुंचे, आज 5वें दिन होगी नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए आज फिर बुलाया है। इससे पहले ED पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष से चार दिन पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पिछले सप्ताह लगातार तीन दिन की पूछताछ के बाद सोमवार को भी उनसे पूछताछ थी।
आज भी हुई राहुल गांधी से पूछताछ
आज राहुल गांधी सीआरपीएफ जवानों की ‘‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा के साथ सुबह 11 बजकर करीब पांच मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे। इससे एक दिन पहले ही राहुल गांधी का 52वां जन्मदिन था। केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। राहुल गांधी दोपहर करीब तीन बजकर 30 मिनट पर लंच के लिए ईडी ऑफिस से बाहर निकले और लगभग एक घंटे के बाद फिर ईडी कार्यालय पहुंचे।
पिछले हफ्ते 30 घंटे हुई थी सवालों की बौछार
पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को लगातार तीन दिन ईडी के अधिकारियों ने 52 वर्षीय राहुल गांधी से 30 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी, जिस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किये गए थे। उन्हें गत शुक्रवार को फिर से जांच एजेंसी के समक्ष पेश होना था, लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपनी मां सोनिया गांधी के बीमार होने के कारण ईडी के जांच अधिकारी को पत्र लिख कर उन्हें शुक्रवार (17 जून) के लिए निर्धारित पूछताछ से छूट देने का अनुरोध किया था। ईडी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया था और 20 जून को पेश होने के लिए कहा था।
23 जून सोनिया गांधी से होंगे सवाल-जवाब
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ईडी ने सोनिया गांधी को इसी मामले में 23 जून को तलब किया है। बताया जाता है कि ‘यंग इंडियन’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज और मीडिया संस्था के भीतर धन के हस्तांतरण से जुड़े सवाल राहुल गांधी से पूछे गए हैं। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा नीत केंद्र सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति करार दिया है।