लक्ष्य विशाल, उपलब्धि बेमिसाल, 548 दिनों में 200 करोड़ वैक्सीनेशन,देश ने फिर रचा इतिहास-PM मोदी
भारत ने कोरोना वायरस के साथ जंग में एक नया मुकाम हासिल कर लिया है। देश ने 200 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा छू लिया है। भारत ने ये आंकड़ा मात्र 18 महीने में ही पार कर लिया। कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी 2021 को की थी। देश में अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज दी जा रही है, तो वहीं 12 साल से कम के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। केंद्रीय स्वाथ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत ने आज 200 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया है। ये देश के लिए गौरव की बात है, ये लक्ष्य हमने केवल 18 महीने के भीतर पूरा किया है।
पीएम मोदी ने कही ये बात
तो वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर ट्वीट करके देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि भारत ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। उन्होंने कहा कि 200 करोड़ वैक्सीनेशन डोज पहुंचने पर सभी देशवासियों को बधाई। उन लोगों पर गर्व है जिन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को पैमाने और गति में अद्वितीय बनाने में योगदान दिया। इसने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि 2 बिलियन से अधिक कोविड-19 वैक्सीन खुराक देने के लिए भारत को बधाई। यह देश की प्रतिबद्धता और चल रही महामारी के प्रभाव को कम करने के प्रयासों का एक और सबूत है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि 2 बिलियन कोविड वैक्सीन खुराक हासिल करना भारत के लिए एक शानदार मील का पत्थर है। हमने इसे अपने टीकों का उपयोग करके हासिल किया है। इस उपलब्धि का पूरा श्रेय देश की जनता और नेतृत्व को जाता है।
दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण अभियान
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आज हमने कोविड वैक्सीन अभियान के तहत 200 करोड़ वैक्सीन की डोज़ पूरी कर ली है ये बेहद खुशी की बात है। पहले एक वैक्सीन को एक देश तक पहुंचने में 20-30 साल लगते थे, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में 9 महीनों में भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए सिर्फ 1 नहीं बल्कि 2 वैक्सीन… इसे दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण अभियान बना रहे हैं।
कोरोना से यूं जीतता चला गया भारत
2021 की पहली ही तारीख को पीएम मोदी ने वैक्सीनेशन का ऐलान कर दिया था।
जिसके बाद वैक्सीनेशन भारत में 16 जनवरी से शुरू हुआ था।
सबसे पहले हेल्थ वर्करों को वैक्सीनेट किया गया। उसके बाद बुजुर्ग और गंभीर बीमारी से जूझने वाले लोगों को वैक्सीनेट किया गया।
टीकाकरण का अगला चरण पिछले साल ही एक मार्च को शुरू हुआ था।
इसमें 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों और 45 साल से अधिक उम्र के पहले से गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को टीका लगाना शुरू किया गया।
भारत मे एक दिन में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया गया। ये भारत के लिए बड़ा माइल्सस्टोन था।
वैक्सीनेशन के मामले में भारत के आगे अमेरिका, ब्राजील जैसे देश भी पिछड़ गए।
केंद्र सरकार ने 15 जुलाई से ही 18 से 59 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को सरकारी केंद्रों पर मुफ्त सतर्कता डोज लगाने का विशेष अभियान शुरू किया।
100 करोड़ टीके के डोज तक पहुंचने में 277 दिन लगे। भारत में 548 दिनों में कोरोना वैक्सीन की 200 करोड़ डोज दी गई।
30 जनवरी को भारत में पहला कोरोना मामला, 11 मार्च को भारत में पहली मौत।
18 महीने में 200 करोड़ वैक्सीन डोज का कीर्तिमान स्थापित कर दिया।