लॉकडाउन चला गया, लेकिन वायरस नहीं-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में आज सातवीं बार देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कोरोना के खिलाफ जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम सभी भारतीयों ने एक बहुत लंबा सफर तय किया है। समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में भी धीरे-धीरे तेजी नजर आ रही है। हम में से अधिकांश लोग, अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है। हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है। दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है। कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। ये ठीक नहीं है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।
वैक्सीन पर क्या कहा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है
कोरोना संकट के दौर में सातवां संबोधन
भारत समते पूरे विश्व कोरोना संकट के दौर से गुजर रहा है। पीएम मोदी ने कोरोना काल में इससे पहले छह बार देश को संबोधित किया। . कोरोना काल में पीएम मोदी ने सबसे पहले 19 मार्च को देश को संबोधित किया था। उस वक्त उन्होंने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था। इसके बाद 25 मार्च को लॉकडाउन 1.0 (21 दिन) 25 मार्च से 14 अप्रैल, लॉकडाउन 2.0 (19 दिन) 15 अप्रैल से 3 मई, लॉकडाउन 3.0 (14 दिन), 4 मई से 17 मई की घोषणा की थी।