लोकतंत्र का गला घोंट रही है भाजपा: अशोक चव्हाण
मुंबई। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने बुधवार को भाजपा पर कर्नाटक की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के एक दर्जन से अधिक विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि दक्षिणी राज्य में जो कुछ हो रहा है, वह देश में लोकतंत्र के लिए घातक है। कांग्रेस के एक अन्य नेता सत्यजीत तांबे ने कहा कि मुंबई पुलिस कर्नाटक सरकार के मंत्री डी के शिवकुमार को बेंगलुरु वापस भेजने की योजना बना रही है। शिवकुमार बागी विधायकों से मिलने के लिए मुंबई में डटे हुए हैं।कांग्रेस के सात, जेडीएस के तीन और दो निर्दलीय विधायक कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद शनिवार से ही मुंबई में हैं और उन्होंने कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। वे मुंबई के एक आलीशान होटल में ठहरे हुए हैं। बुधवार को कांग्रेस के दो अन्य विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा। यहां पत्रकारों से बातचीत में चव्हाण ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया कि वह 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को अस्थिर करने की कोशिशों को बढ़ावा दे रहे हैं।चव्हाण ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी गठबंधन के बागी विधायकों को मुंबई में पुलिस की निगरानी में बंधक बनाकर रखा गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा ने पहले गोवा और मणिपुर में लोकतंत्र का मजाक बनाया। (ज्यादातर) बागी विधायक कांग्रेस के हैं, लेकिन पार्टी के नेताओं को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा।’’चव्हाण ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा लोकतंत्र का गला घोंट रही है। पत्रकारों से बात करते वक्त जिस तरह डी के शिवकुमार को ले जाया गया वह निंदनीय है।’’ उन्होंने शिवकुमार, महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा और नसीम खान के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई की भी निंदा की। शिवकुमार, मिलिंद और नसीम को पुलिस ने होटल के बाहर से हिरासत में ले लिया और कलीना इलाके में स्थित मुंबई यूनिवर्सिटी परिसर के एक अतिथि गृह में उन्हें ले जाया गया। इस बीच, महाराष्ट्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष सत्यजीत तांबे ने दावा किया कि मुंबई पुलिस शिवकुमार को बेंगलुरु वापस भेजने की तैयारी में है।