वाजपेयी जी की राख को यूपी की हर नदी में बिखेरा जाएगा : योगी आदित्यनाथ
नई दिल्ली : पिछले दो महीने से दिल्ली के एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त की शाम 5.05 बजे अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उन्हें बीते 11 जून से एम्स में भर्ती कराया गया था. 15 अगस्त को उनकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई. डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर पर रखा, लेकिन उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ. अंत में गुरुवार की शाम उन्हें इन दुनिया को अलविदा कह दिया.
उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है. केंद्र सरकार ने वाजपेयी के सम्मान ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. 17 अगस्त को अवकाश की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी शुक्रवार को अवकाश का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने निजी हित से आगे बढ़कर हमेशा देश हित के लिए काम किया. वाजपेयी देश की राजनीतिक स्थिरता लाए थे.
योगी ने कहा कि वाजपेयी जी भारतीय राजनीति में मूल्यों और आदर्शों को प्राथमिकता देने वाले, स्वतंत्र भारत के ढांचागत विकास के दूरदृष्टा थे. भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में अटल जी जैसा विराट व्यक्तित्व मिलना कठिन है. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है.
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि वाजपेयी जी के निधन पर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में अवकाश की घोषणा की गई है. सभी सरकारी कार्यालय और स्कूल-कॉलेज कल बंद रहेंगे. उन्होंने कहा कि वाजपेयी जी के पार्थिव शरीर की राख को यूपी की सभी नदियों में प्रवाहित किया जाएगा.
बता दें कि एम्स में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया. गुरुवार की रात अटल जी का पार्थिव शरीर उनके कृष्ण मेनन स्थित आवास पर रखा जाएगा, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए कल सुबह नौ बजे बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा. शुक्रवार दोपहर 1 बजे बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी और शाम 4 बजे उनका अंतिम संस्कार राष्ट्रीय स्मारक स्थल पर किया जाएगा.