वाराणसी: 15वेें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन, टैंट सिटी के साथ काशी के घर कर रहे हैं 5000 भारतवंशियों की मेजबानी
दुनिया का सबसे प्राचीन शहर वाराणसी आज 15वें प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत हो गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रवासी भारतीयों के इस सबसे बड़े कुंभ का उद्घाटन किया। इस प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन 21 से 23 जनवरी 2019 तक होगा। विदेश मंत्रालय के मुताबिक कुल 5802 लोगों ने तीन दिवसीय आयोजन के लिए खुद को पंजीकृत कराया है ।
आम तौर पर यह सम्मेलन 9 जनवरी से शुरू होता है। लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस से पूर्व इसका आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन के बाद, प्रतिभागियों को 24 जनवरी, 2019 को कुंभ मेला के लिए प्रयागराज जाने और 26 जनवरी 2019 को नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड का साक्षी होने का अवसर दिया जाएगा।
21 जनवरी, 2019 को, युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन युवा मामले और खेल मंत्रालय की साझेदारी में किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार 21 जनवरी, 2019 को राज्य प्रवासी भारतीय दिवस- 2019 भी आयोजित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी, 2019 को प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। माननीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद 23 जनवरी, 2019 को, समापन अभिभाषण देंगे और प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगे ।
ये होंगे मुख्य अतिथि
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर, मॉरीशस के प्रधानमंत्री श्री प्रवीण कुमार जुगनुथ, सम्मेलन के मुख्य अतिथि होंगे। नॉर्वे की संसद के सदस्य श्री हिमांशु गुलाटी विशेष अतिथि होंगे और न्यूजीलैंड की संसद के सदस्य श्री कंवलजीत सिंह बक्शी 21 जनवरी, 2019 को युवा प्रवासी भारतीय दिवस में विशिष्ट अतिथि होंगे। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है और यह विदेशी डायस्पोरा से जुड़ने और उससे संपर्क करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। प्रवासी भारतीय दिवस 2019 का विषय “नव भारत निर्माण में भारतीय डायस्पोरा की भूमिका” है।
सज गई टैंट सिटी
प्रवासी सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिए गंगा के तट पर टैंट सिटी बसाई गई है। यह टैंट सिटी ऐढें गांव में बसाई गई है। 43 एकड़ में बसी टेंट सिटी में प्रवासियों को भ्रमण करने के लिए 30 ई-रिक्शा का इंतजाम किया गया है।प्रवासियों को ठंड में राहत देने के लिए टेंट सिटी में गैस अलाव का इंतजाम किया जा रहा है।
स्वागत के लिए तैयार काशी के निवासी
आध्यात्मिक नगर बनारस आने वाले अतिथियों की स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। होटल और टेंट सिटी के अलावा शहर के कई परिवारों ने अतिथि देवो भव: की भावना के साथ आने वालों को आतिथ्य सुविधा प्रदान करने की इच्छा प्रकट की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहमानों को ठहराने के लिए परिवारों को अनुमति देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
वाराणसी जिला प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि निशुल्क ठहरने की सुविधा प्रदान करने के लिए सैकड़ों परिवारों को चुना गया है। एक ऐप्प भी बनाया गया है जिसपर इसके लिए पंजीकरण किया गया है। काशी के ये परिवार अतिथियों को खाना भी मुहैया कराएंगे।