विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन से कहा, ‘चीनी पक्ष ने की पूर्व नियोजित कार्रवाई’
नई दिल्ली:
‘चीनी सैनिकों ने पूर्व नियोजित और योजना के मुताबिक कार्रवाई की जो सीधे तौर पर लद्दाख की गालवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प का कारण बनी.’ यह बात भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ फोन पर हुई बातचीत में कही. दोनों देशों के बीच लद्दाख में हुए संघर्ष में भारत के एक कर्नल सहित 20 जवानों को जान गंवानी पड़ी. खबरों के मुताबिक चीन के करीब 43 सैनिकों की इस झड़प में मौत हुई है. विदेश मंत्री ने दोटूक अंदाज में कहा कि ‘इस घटना’ से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा और चीन को अपनी कार्रवाई का पुनर्मूल्यांकन करने और सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है. दोनों नेताओं ने तनाव को काम करने पर सहमति जताई और कहा “कोई भी पक्ष मामले को बढ़ाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करेगा और इसके बजाय, द्विपक्षीय करारों और प्रोटोकॉल के अनुसार शांति सुनिश्चित करेगा.” लद्दाख में हुई हिंसक झड़प के मुद्दे पर भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर बात हुई .
दोनों मंत्रियों एस जयशंकर और वांग यी के बीच ने लद्दाख झड़प के मद्देनजर हालात पर चर्चा की. सोमवार को लद्दाख की गालवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच यह पहली बातचीत है.विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “भारत और चीन को अपने नेताओं द्वारा पहुंची गई महत्वपूर्ण सहमति का पालन करना चाहिए.”विदेश मंत्री ने कहा कि चीन ने जान-बूझकर उकसाने वाली कार्रवाई की और यथास्थिति (Satus Qup) बदलने की सोची-समझी कोशिश की. भारत की तरफ़ LAC में चीन ने निर्माण की कोशिश की. दोनों पक्षों में 6 जून के फ़ैसले पर अमल की सहमति बनी है और इसके मुताबिक अमन-चैन बहाल करेंगे.विदेश मंत्री ने कहा कि सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा का दृढ़तापूर्वक सम्मान करना चाहिए और इसे बदलने के लिए कोई एकपक्षीय कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.कुल मिलाकर इस बात पर सहमति बनी कि स्थिति को जिम्मेदाराना तरीके से संभाला जाए.
उधर, चीनी विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि दोनों राष्ट्रों ने जल्द से जल्द निष्पक्ष तरीके से सीमा विवाद को सुलझाने और तनाव को कम करने पर सहमति जताई है. चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भारत से आग्रह किया है कि वह संघर्ष के लिए जिम्मेदार ‘लोगों’ को गंभीर रूप से दंडित करे और अपने सीमावर्ती सैनिकों को नियंत्रित करे. चीनी प्रवक्ता भी इससे पहले, दोनों पक्षों के बीच बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने की इच्छा जता चुके हैं.गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी जबकि चार सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. झड़प में चीन के भी करीब 45 सैनिकों की जान जाने की खबर हैं.