विरोध प्रदर्शन के दौरान 5,800 लोगों को हिरासत में लिया गया : कजाकिस्तान
मॉस्को। कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय ने रविवार को कहा कि पिछले सप्ताह हिंसा में तब्दील हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने करीब 5,800 लोगों को हिरासत में लिया था। विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद रूस के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन को कजाकिस्तान में सैनिक भेजना पड़ा था। राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट तोकायेव के कार्यालय ने कहा कि देश में स्थिति में नियंत्रण में है और अधिकारियों ने प्रशासनिक भवनों पर फिर से नियंत्रण हासिल कर लिया है। इन भवनों को प्रदर्शनकारियों ने कब्जे में ले लिया था और इनमें से कुछ में आग लगा दी गई थी।रूसी टीवी स्टेशन मीर-24 ने कहा कि रविवार को देश के सबसे बड़े शहर अल्माटी में छिटपुट गोलियों की आवाज सुनी गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये कानून लागू करने वाली एजेंसियों की ओर से चेतावनी के तौर पर चलायी गयी गोलियां थीं। तोकायेव ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस और सेना को गोली मारने के लिए अधिकृत किया है। पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारियों द्वारा कब्जे में ले लिया गया अल्माटी हवाईअड्डा बंद रहा, लेकिन सोमवार से इसके फिर से शुरू होने की उम्मीद है। एलपीजी ईंधन की कीमतों में तेज वृद्धि को लेकर देश के पश्चिम हिस्से में दो जनवरी को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था और देखते ही देखते यह पूरे देश में फैल गया था। तोकायेव का कहना है कि ये विरोध प्रदर्शन विदेश समर्थित ‘‘आतंकवादियों’’ द्वारा शुरू कराये गये थे।यद्यपि इन प्रदर्शनों में कोई नेता या संगठन नजर नहीं आया। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में रविवार को कहा गया कि हिरासत में लिये गये प्रदर्शनकारियों में अच्छी खासी संख्या विदेशी नागरिकों की है, लेकिन इसने कोई विस्तृत ब्योरा नहीं दिया है। यह भी नहीं स्पष्ट है कि इनमें से कितने रविवार को भी हिरासत में रखे गये हैं।