विहिप कार्यकर्ताओं ने ताजमहल का गेट गिराया
नई दिल्ली: विहिप कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर ताजमहल के पश्चिमी गेट को तोड़ दिया है. आरोप है कि इस गेट से 400 साल पुराने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का रास्ता बंद हो गया था. यह स्टील गेट आर्कयोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने लगवाया था. हिन्दुत्व संगठन के कुछ सदस्यों ने रविवार को हथौड़ी, सरिया और ईंट-पत्थरों से गेट पर हमला किया और उसे गिरा दिया. वे लोग नारेबाजी कर रहे थे. हालांकि पुलिस ने इस मामले में बीच-बचाव किया और विहिप कार्यकर्ताओं को संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोका.
30 विहिप सदस्य आए थे गेट तोड़ने
ताज सेफ्टी के सीओ प्रभात कुमार ने बताया कि रविवार सुबह करीब 25 से 30 विहिप कार्यकर्ता ताजमहल के पश्चिम गेट पर पहुंचे और तोड़फोड़ शुरू कर दी. यह गेट एएसआई ने हाल में लगवाया था. प्रदर्शनकारियों के हाथ में हथौड़े और सरिया थी. उन्होंने गेट उखाड़ा और उसे 50 मीटर दूर फेंक दिया. इस बीच ताज की सुरक्षा में लगी पुलिस टीम वहां पहुंची और उन्हें वहां से खदेड़ दिया.
एएसआई ने दर्ज कराई शिकायत
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक एएसआई ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. दंगा और तोड़फोड़ की एफआईआर में हिन्दुत्व संगठन के 5 कार्यकर्ताओं का नाम है और साथ ही अन्य 25 लोगों को भी शामिल किया गया है. यह एफआईआर क्रिमिनल लॉ एमेंडमेंट एक्ट की धारा 7 के अंतर्गत दर्ज हुई है. साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की धारा भी लगाई गई है. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर में रवि दुबे, मदन वर्मा, मोहित शर्मा, निरंजन पाठक और गुल का नाम शामिल है.