‘वो जब दिन को रात कहें तो तुरंत मान जाओ’, PM मोदी ने कांग्रेस पर बरसते हुए लोकसभा में सुनाई ये कविता
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में हुई बहस का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर बरसे। पीएम मोदी ने कविता के माध्यम से कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सदन में यह कविता पढ़ी-
वो जब दिन को रात कहें तो तुरंत मान जाओ
जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ लेंगे
वो मगरूर हैं खुद की समझ पर बेइंतेहा
उन्हें आईना मत दिखाओ, वो आईने को ही तोड़ देंगे
पीएम ने संबोधन में कहा कि अध्यक्ष महोदय मुझे कभी कभी विचार आता है कि कांग्रेस पार्टी ने यह मन बना लिया है कि अगले 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है। ऐसा मुझे उनके विचारों और कार्यों को देखकर लगता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी में भी राजनीति का प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कांग्रेस ने हद कर दी। पहली लहर के दौरान जब देश लॉकडाउन का पालन कर रहा था, हेल्थ एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वो वहीं रहे, लेकिन तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े रहकर लोगों को दूसरी जगह जाने के लिए प्रेरित किया गया। लोगों को फ्री टिकट देकर मुंबई से यूपी-बिहार भेजा। कांग्रेस ने इसलिए किया कि महाराष्ट्र में जो बोझ है वो कम हो।
पीएम मोदी ने कांग्रेस को एक-एक राज्य में लंबे समय से मिल रही हार का हवाला देकर अहंकारी बताया। पीएम ने कई राज्यों के नाम लेकर बताया कि कांग्रेस कहां, कितने वर्षों से सत्ता से बाहर है। उन्होंने कहा, ‘यूपी बिहार गुजरात में 37 साल पहले जनता ने आपके लिए वोट किया था बंगाल में 1972 में आपको पसंद किया था।’ पीएम ने कहा कि आलोचना लोकतंत्र का आभूषण है लेकिन अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है।