शस्त्र पूजन के दिन देश को मिलीं 7 नई डिफेंस कंपनियां, पीएम मोदी ने बताया विजयदशमी का शुभ संकेत
नई दिल्ली। डिफेंस के सेक्टर में देश आत्मनिर्भर बने, इस दिशा में शुक्रवार को विजयदशमी के मौके पर बड़ी पहल हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 नई डिफेंस कंपनियों को देश के नाम समर्पित किया है और कहा है कि विजयदशमी के दिन देश में शस्त्र पूजन की परंपरा है, ऐसे में इस मौके पर 7 नई डिफेंस कंपनियों की शुरुआत देश के लिए शुभ संकेत है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्र को अजय बनाने के लिए जो लोग दिन रात खपा रहे हैं उनके सामर्थ्य में और अधिक आधुनिकता लाने के लिए एक नई दिशा में चलने का अवसर, और वो भी वजयदशमी के पावन पर्व पर अपने आप में ही शुभ संकेत लेकर आता है। इस कार्यक्रम की शुरुआत भारत की महान परंपरा शस्त्र पूजन से की गई है”
7 नई डिफेंस कंपनियों को देश के नाम समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भी याद किया, उन्होंने कहा, “आज ही पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी की जयंती भी है, कलाम साहब ने जिस तरह अपने जीवन को शक्तिशाली भारत के निर्माण के लिए समर्पित किया, यह हम सभी के लिए प्रेरणा है। रक्षा क्षेत्र में जो आज 7 नई कंपनियां उतरने जा रही हैं वो समर्थ राष्ट्र के उनके संकल्प को और मजबूती देगी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “भारत ने आजादी के 75वें साल में प्रवेश किया है, आजादी के इस अमृतकाल में देश एक नए भविष्य के निर्माण के लिए नए संकल्प ले रहा है जो काम दशकों से अटके थे उन्हें पूरा भी कर रहा है। 41 ऑर्डीनेंस फैक्ट्रीयों को नए स्वरूप में किए जाने का निर्णय, 7 नई कंपनियों की यह नई शुरुआत देश की इसी संकल्प यात्रा का हिस्सा है। यह निर्णय पिछले 15-20 साल से लटका हुआ था, मुझे पूरा भरोसा है कि सभी 7 कंपनियां आने वाले समय में भारत की सैन्य ताकत का एक बहुत बड़ा आधार बनेंगी।”
पीएम मोदी ने बताया, “हमारी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां कभी दुनिया की शक्तिशाली संस्थाओं में गिनी जाती थी, इन फैक्ट्रियों के पास 100-150 साल से ज्यादा का अनुभव है, विश्व युद्ध के समय भारत की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों का दमखम दुनिया ने देखा है, हमारे पास बेहतर संशाधन होते थे, वर्ल्ड क्लास स्किल होता था, आजदी के बाद हमें जरूरत थी इन फैक्ट्रियों को अपग्रेड करने की, न्यू एज टेक्नोलॉजी अपनाने की, लेकिन इसपर बहुत ध्यान नहीं दिया गया, समय के साथ भारत अपनी सामरिक जरूरतों के लिए विदेशों पर निर्भर होता गया। इस स्थिति में परिवर्तन लाने में ये नई 7 डिफेंस कंनियां बड़ी भूमिका निभाएगी।”
आत्मनिर्भर भारत लक्ष्य के तहत देश का लक्ष्य अपने आप को दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत बनाने का है, भारत में आधुनिक सैन्य इंडस्ट्री के विकास का है। पिछले 7 वर्षों में देश ने मेक इन इंडिया के मंत्र के साथ अपने इस संकल्प को आगे बढ़ाने का काम किया है, आज देश के डिफेंस सेक्टर में जितनी ट्रांसपेरेंसी और ट्रस्ट है, तथा जो टेक्नोलॉजी ड्रिवन अप्रोच है उतनी पहले कभी नहीं थी। आजादी के बाद पहली बार हमारे डिफेंस सेक्टर में इतने बड़े सुधार हो रहे हैं, अटकालने लटकाने वाली नीतियों की जगह सिंगल विंडों की व्यवस्था की गई है।