श्रीलंका में बेकाबू हो चुके हालात, सड़क पर देखते ही गोली मारने के आदेश
श्रीलंका में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इसी बीच अब उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए रक्षा मंत्रालय की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है। बताया गया है कि हिंसा करने वालों के खिलाफ शूट एट साइट यानी देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है।
दरअसल, श्रीलंका के कई शहरों में हो रहे खूनी संघर्ष के बीच यह फैसला लिया गया है। वहां की सेना को आदेश दिया गया है कि वो दंगाइयों को देखते ही गोली मार दे। यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब हाल ही में प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने के इस्तीफे के बाद श्रीलंका में हिंसा भड़क गई है। हिंसा इस कदर भड़की हुई है कि दंगाइयों ने श्रीलंका के पूर्व पीएम महिंद्रा राजपक्षे के पैतृक घर में आग लगा दी।
उधर राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने ट्विटर पर प्रदर्शनकारियों से अपील कि वे चाहे जिस भी पार्टी हों लेकिन वे शांत रहें और हिंसा रोक दें। नागरिकों के खिलाफ बदले की कार्रवाई न करें। उन्होंने कहा कि संवैधानिक जनादेश और आम सहमति के जरिए राजनीतिक स्थिरता बहाल करने और आर्थिक संकट को दूर करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
इससे पहले देश में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। पुलिस ने पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है लेकिन हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसी कई अफवाहें हैं कि उनके पिता महिंदा राजपक्षे देश छोड़कर नहीं भागने वाले हैं। उन्होंने हम ऐसा नहीं करेंगे। खेल मंत्री रहे नमल ने कहा मेरे पिता सुरक्षित हैं, वह सुरक्षित स्थान पर हैं और परिवार से बात कर रहे हैं।
बता दें कि सोमवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कहने पर महिंद्रा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। बताया जा रहा है कि देश के आए राजनीतिक संकट को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उनके कुछ खास लोगों की बीच बैठक हुई थी जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया ने महिंद्रा राजपक्षे से कहा था कि वो अपने पद से इस्तीफा दे दें। राजपक्षे के इस्तीफे के बाद से देश में हिंसा भड़क गई है।