श्रीलंका: हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत, महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग तेज
कोलंबो. श्रीलंका में इस वक्त बेहद हिंसा का माहौल है. सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सरकार विरोधी और समर्थकों के बीच जमकर हिंसा हुई. प्रदर्शनकारियों ने 12 सांसदों के घरों को आग के हवाले कर दिया. अब महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है.
विपक्षी नेताओं ने महिंदा राजपक्षे पर सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है. इस हिंसा में अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हिंसा के दौरान कई राजनेताओं के घरों पर हमले की खबरें भी सामने आ रही हैं.
कोलंबो में सेना के जवान तैनात
श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के बीच महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था, जिसके मद्देनजर पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया. राजधानी कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात किया गया.
महिंदा राजपक्षे द्वारा प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के परिणामस्वरूप मंत्रिमंडल स्वत: ही भंग हो गया है और देश वर्तमान में उनके छोटे भाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे द्वारा चलाया जा रहा है।
महिंदा राजपक्षे पर कानूनी कार्रवाई की मांग
विपक्ष ने महिंदा राजपक्षे पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला करने के लिए सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को उकसाने का आरोप लगाया है. प्रमुख तमिल सांसद एमए सुमनथिरन ने एक संदेश जारी कर कहा, ‘महिंदा राजपक्षे को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उनके खिलाफ कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.’
पूर्व राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और मुख्य विपक्षी दल समागी जना बालवेग्या पार्टी के नेता रंजीत मद्दुमा बंडारा ने भी महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग की.