सशक्तीकरण गलत शब्द है, क्योंकि महिलाएं कमजोर नहीं होती : कीर्ति कुल्हाड़ी
मुंबई। भारत के 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कीर्ति कुल्हाड़ी ((Kirti Kulhari)) ने महिलाओं को एक मजबूत और उत्साहजनक संदेश भेजा है। अभिनेत्री का मानना है कि महिलाएं ‘‘शक्तिशाली, अति मजबूत होती हैं और वास्तव में वह अपने जीवन में जो चाहती है कर लेती हैं।’’
कीर्ति ने आईएएनएस को बताया, ‘‘लोग महिला सशक्तीकरण की बात करते हैं। बात जब महिलाओं की आती है तो सशक्तीकरण एक गलत शब्द है, क्योंकि सशक्तीकरण उसका किया जाता है, जो कमजोर हो। जब आप सशक्तीकरण के विचार को आगे बढ़ाते हैं तो दूसरी तरफ महिलाओं को भी यह महसूस करवाते हैं कि आप कमजोर हो और आपको सशक्तीकरण की जरूरत है। मैं बिल्कुल ऐसा नहीं मानती। मेरे मानना है कि महिलाएं काफी शक्तिशाली होती हैं।’’
कीर्ति का मानना है कि महिलाओं को अंदर से सशक्त महसूस करना चाहिए, नहीं तो बदलाव नहीं आ पाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि उन्हें ऐसा महसूस करना चाहिए कि वे शक्तिशाली हैं और वे सबकुछ कर सकती हैं, जो अपने जीवन में पाना चाहती है। यही वह दृष्टिकोण है जो हर महिला के मन में पैदा होने के समय से ही विकसित होना चाहिए।’’