साईबर सिक्योरिटी पोर्टल और टोल फ्री नंबर शुरू – देश का पहला राज्य बना हरियाणा
गुरुग्राम । साईबर सिक्योरिटी के लिए टोल-फ्री नंबर तथा साईबर सिक्योरिटी पोर्टल शुरू करने वाला हरियाणा देश का पहला प्रांत बन गया है। ये दोनो सुविधाएं आज हरियाणा के वितमंत्री कैप्टन अभिमन्यू द्वारा गुरूग्राम के हारट्रोन कैंपस में डिजीटल इनोवेशन तथा साईबर सिक्योरिटी पर आयोजित राष्ट्रीय समिट में लांच की गई।
प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अब हरियाणाआईएसएमओ.जीओवी.आईएन नामक साईबर सिक्योरिटी पोर्टल पर लॉग इन करके साईबर सिक्योरिटी के बारे में जान सकता है। यही नहीं, इस पोर्टल पर बच्चों को ऑनलाईन कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, इसकी भी जानकारी दी गई है। मुख्य अतिथि वितमंत्री कैप्टन अभिमन्यू की उपस्थिति में इलैक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने इस सुविधा के लॉंच के अवसर पर बताया कि चूंकि आजकल बच्चे भी मोबाईल का प्रयोग करते हैं तथा ऑनलाईन रहते हैं, उन्हें भी ऑनलाईन के खतरों के बारे में जागरूक करते हुए यह बताया जाना जरूरी है कि कंप्यूटर तथा इंटरनेट का प्रयोग करते समय क्या-क्या सावधानियां उन्हें बरतनी चाहिए। इसके लिए साईबर सिक्योरिटी पोर्टल पर विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों के लिए कुछ सवाल दिए गए हैं जिनका उत्तर उन्हें देना होता है। इसे प्रदेश के स्कूलों में लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का पोर्टल शुरू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
समिट में वितमंत्री द्वारा साईबर सिक्योरिटी तथा साईबर अलर्ट की रिपोटिंग के लिए टोल-फ्री नंबर 1800-180-1234 की भी शुरूआत की गई और बताया गया कि यह सुविधा भी देश में पहली बार हरियाणा में शुरू की जा रही है। इस मौके पर हारट्रोन परिसर में विभिन्न आईटी कंपनियों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई थी जिसमें वितमंत्री कैप्टन अभिमन्यू ने काफी रूचि दिखाई और कहा कि वे साईबर जोखिम से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले उपायों आदि की जानकारी लेने के इच्छुक हैं। इसके लिए वे किसी रोज आधा दिन गुरूग्राम में लगाएंगे। उन्होंने समिट में साईबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले विभिन्न राज्यों के आईटी से जुड़े प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जिनमें गुरूग्राम के डाईटैक साईबर सैल के लिए हरियाणा पुलिस के आईजीपी सिक्योरिटी सौरभ सिंह व इंचार्ज गुणपाल शामिल थे।
समिट के शुभारंभ अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कैप्टन अभिमन्यू ने कहा कि हरियाणा सरकार के आईटी विभाग ने पिछले चार वर्षों में इतनी नई पहल की हैं कि पूरे राज्य की गवर्नेंस में पूर्ण बदलाव आ गया है। हरियाणा में आईटी आधारित गवर्नेंस ने फिजिकल गवर्नेंस का स्थान ले लिया है और आज जो दो नई सुविधा लॉंच हुई हैं, उससे भी वे काफी प्रभावित हुए हैं। कैप्टन अभिमन्यू ने कहा कि हरियाणा सरकार की आईटी संबंधी पहल को देखने से पहले वे ऐसा विश्वास भी नहीं कर पाते थे कि कोई सरकार इतने नायाब कदम उठा सकती है।
उन्होंने कहा कि एक साधारण व्यक्ति की दृष्टि से वे यह सोचते हैं कि मोबाईल पर जब भी कोई नोटिफिकेशन आती है तो उन्हें यह नहीं पता होता कि यह सही सूचना है या फिर कोई साईबर थै्रट है। कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि इंटरनेट की पहुंच हमारे घरों के अंदर तक पहुंच गई है और हम गुगल मैप आदि पर कोई रास्ता भी ढूंढते हैं तो बताया गया है कि उससे भी हमारे मोबाईल का डाटा बिना हमसे पूछे लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट की दुनिया में बहुत कुछ हो रहा है लेकिन उसको रेगुलेट करने के लिए नियम व कानून बनाने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह राष्ट्रीय समिट हमें आईटी संबंधी विषयों पर और ज्यादा जागरूक करने में सफल होगी। हर व्यक्ति को अपना डाटा सुरक्षित रखने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ टैक्नोलॉजी का फायदा है, वहीं दूसरी तरफ इसके जोखिम भी हैं। हम आज बिना पूरी तैयारी के इंटरनेट की वास्तविक दुनिया में कूद चुके हैं।
इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक्स तथा आईटी विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने कहा कि अगली लड़ाई ‘साईबर वार‘ होगी तथा हम सभी उससे प्रभावित होंगे, इसलिए आम जनता को सचेत व जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर यह राष्ट्रीय समिट आयेजित की गई है। उन्होंने कहा कि डाटा चोरी होने तथा हैक आदि के मामलों में भारत विश्व में 5वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि अपने मोबाईल या लैपटॉप को बेचने की बजाय उसे नष्ट करना बेहतर है क्योंकि चाहे आप उसे पांच बार फोर्मेट कर दें, फिर भी आपके डाटा को उससे निकाला जा सकता है। उन्होंने साईबर अटैक के कई उदाहरण भी दिए और बताया कि हरियाणा में साईबर सिक्योरिटी पॉलिसी सन् 2017 में बना दी गई थी । गुप्ता ने कहा कि हमें साईबर मामलों में और ज्यादा सावधान व सुरक्षित तथा निरंतर अपडेट रहने की जरूरत है।
हारट्रोन के प्रबंध निदेशक तथा इलैक्ट्रॉनिक्स व आईटी विभाग के सचिव विजेंद्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि दिन-प्रतिदिन डाटा चोरी होने के मामलों को देखते हुए साईबर सिक्योरिटी आज का अहम विषय है। उन्होंने साईबर सिक्योरिटी को बहुत बड़ा रावण बताया और कहा कि वर्तमान युग में सारा खेल डाटा का है, उसे कैसे बचाकर रखना है, यह अहम सवाल है।
समिट में इलैक्ट्रॉनिक्स तथा आईटी विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता, हारट्रोन के प्रबंध निदेशक तथा आईटी विभाग के सचिव विजयेंद्र कुमार, सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसिज इंडिया लिमिटिड के सीईओ डा. दिनेश त्यागी, प्रधानमंत्री कार्यालय के नेशनल साईबर सिक्योरिटी कॉर्डीनेटर गुलशन राय, एचपीई के कंट्री हैड कमल कश्यप, रेलटैल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पुनीत चावला, ई लैटस टैक्नो मीडिया प्राईवेट लिमिटिड के संस्थापक सीईओ एवं एडीटर इन चीफ डा. रवि गुप्ता, एचपीई के कंट्री मैनेजर बुध आदित्य मुखर्जी आदि कई महानुभाव उपस्थित थे।