सिर्फ 24 घंटे में लिया राहुल भट की हत्या का इंतकाम, दो कातिलों समेत 3 आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा के बरार अरागाम इलाके में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में तीनों आतंकवादी मारे गए हैं। गुरुवार को कश्मीरी पंडित राहुल भट पर हुए हमले में इन तीन आतंकियों में से दो शामिल थे।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सालिंदर वन क्षेत्र में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। दो अन्य भाग निकले थे। कश्मीर में पुलिस महानिरीक्षक के मुताबिक बुधवार को फरार हुए दोनों आतंकियों की जानकारी शुक्रवार को बरार इलाके में लगी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने बरार इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। इस स्पेशल ऑपरेशन में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं।
बांदीपोरा में मारे गए दो आतंकियों की पहचान फैसल उर्फ सिकंदर और अबू उकासा के रूप में हुई है। फैसल पिछले साल 10 दिसंबर और 11 फरवरी को शहर के गुलशन चौक और निशात पार्क में आतंकवादी हैदर के साथ तीन पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल था। दोनों को संगठन आकाओं ने मध्य और दक्षिण कश्मीर में भेज दिया था जहां उन्होंने अपनी आतंकी गतिविधियों को जारी रखा।
कुलगाम के देवसर में 7 और 8 मई की दरम्यानी रात को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबल हैदर का सफाया कर चुके हैं। वह कुलगाम के एक अन्य आतंकवादी शाहबाज शाह के साथ मारा गया था, जिस पर 13 अप्रैल को एक नागरिक सतीश कुमार सिंह की हत्या का आरोप था।
हैदर की हत्या के बाद दूसरा आतंकवादी फैसल बडगाम चला गया और अबू उकासा के साथ आतंकी घटनाएं अंजाम देने लगा। जानकारी मिली है कि गुरुवार को बडगाम में कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की हत्या को इन्होंने ही अंजाम दिया था। इसके बाद लश्कर के ये दो आतंकी बांदीपोरा चले गए। गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबल अरागाम में उनके ठिकाने का पता लगाने में सफल रही और 24 घंटे के भीतर एक त्वरित अभियान में दोनों का सफाया कर दिया।गौरतलब है कि 12 मई को कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या के बाद से घाटी में लोग गुस्से में हैं। कश्मीरी पंडितों ने गुरुवार को पहले जम्मू श्रीनगर हाईवे जाम किया फिर शुक्रवार को एलजी प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों की प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प भी हुई। पुलिस को भीड़ तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।