सिस्टर मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे पोप फ्रांसिस, पीएम मोदी ने भी किया था जिक्र
नई दिल्ली: केरल के त्रिशुर की सिस्टर मरियम थ्रेसिया समेत 5 ईसाई धर्मावलंबियों को पोप फ्रांसिस आज वेटिकन सिटी में संत घोषित करेंगे. रोम के सेंट पीटर्स स्क्वॉयर पर होने वाले इस समारोह में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. मुरलीधरन खुद दक्षिणी भारतीय राज्य केरल से हैं. इस मौके पर कार्डिनल जॉन हेनरी न्यूमैन, ग्यूसेपिना वन्नी, डुलस लोपस पोंटेस, और मर्केइट बेयस को भी कैनोनीज़ किया जाएगा.
थ्रेसिया को उनके निधन के 93 साल बाद संत का दर्जा दिया जाएगा. वह केरल में त्रिशूर जिला स्थित सिस्टरों के होली मिलन संघ की संस्थापक थीं. 26 अप्रैल 1876 को त्रिशूर में जन्मी थ्रेसिया को पोप जॉन पॉल द्वितीय ने 9 अप्रैल 2000 को पवित्र आत्मा घोषित किया था.वेटिकन के अनुसार, मरियम को रहस्यमय अनुभव थे जिसमें उपचार और भविष्यवाणी का भी ईश्वरीय उपहार शामिल था. कई चमत्कारी इलाज सिस्टर मरियम के साथ जुड़े हैं जिनमें एक मैथ्यू पेलिसरी का केस शामिल है. जिनके पैर जन्मजात से ही खराब थे, लेकिन प्रार्थना और सिस्टर मरियम थ्रेसिया की मदद के बाद ठीक हो गए थे. मैथ्यू के मामले की जांच वेटिकन द्वारा की गई, जिसने सिस्टर मरियम थ्रेसिया के संत बनने में भूमिका निभाई.
‘मन की बात’ में जिक्र
29 सितंबर को रेडियो प्रसारण मन की बात में पीएम मोदी ने भी सिस्टर मरियम का जिक्र किया था. ईसाई समुदाय को महत्व देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, “यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि 13 अक्टूबर को पोप फ्रांसिस सिस्टर मरियम थ्रेसिया (कांग्रेगेशन ऑफ होली फैमिली की संस्थापक) को संत घोषित करेंगे. सिस्टर थ्रेसिया को मेरी श्रद्धांजलि.”