सीएम योगी के मिशन शक्ति को पूर्वांचल के गांव गांव पहुंचाएगा महिलाओं का ग्रीन गैंग
लखनऊ । बेटियों से छेड़खानी करने वालों की अब खैर नहीं । बेटियों से बदमिजाजी करने वालों पर योगी सरकार के साथ अब गांव की महिलाएं भी कहर बन कर टूटेंगी। नशामुक्ति और जुए के खिलाफ पूर्वांचल के गांवों में अभियान चला रहीं ग्रीन गैंग की महिलाओं ने शोहदों के खिलाफ हल्ला बोल की तैयारी कर ली है। छेड़खानी करने वालों को अब खुद सबक सिखाने के साथ ग्रीन गैंग हवालात भी पहुंचाएगा।
योगी के मिशन शक्ति को ग्रीन गैंग पूर्वांचल के गांव गांव तक पहुंचाएगा। सीएम योगी के मिशन शक्ति को ग्रामीण महिलाओं तक प्रभावी रूप से पहुंचाने के लिए ग्रीन गैंग ने अगले छह महीने में 50 नए गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया है। वाराणसी,सोनभद्र,मिर्जापुर,जौनपुर,चंदौली और अयोध्या के 200 से अधिक गांवों में ग्रीन गैंग की महिलाएं बेटियों की सुरक्षा की कमान संभालेंगी। छेड़छाड़ रोकने के साथ ही गैंग की महिलाएं बेटियों के पैदा होने पर गांव में महिलाओं को एकत्र कर खुशी मनाएंगी और घरों में खुशहाली के प्रतीक के तौर पर हरी छाप लगाएंगी। महिलाओं के शोषण से मुक्त और बेटियों की सुरक्षा और सम्मान का उदाहरण पेश करने वाले गांवों में भी गैंग की महिलाएं हरी छाप लगाएंगी। छेड़खानी की शिकायत मिलने पर ग्रीन गैंग स्थानीय महिलाओं के साथ मिल कर शोहदों को अपने स्तर पर सबक सिखाने के साथ हवालात पहुंचाएगा। होप वेलफेयर ट्रस्ट के संरक्षण में चलने वाले ग्रीन गैंग की महिलाएं गांव गांव जा कर बेटियों को न सिर्फ सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देंगी बल्कि सरकार और कानून की जानकारी देकर उनका आत्म विश्वास भी बढ़ाएंगी। होप संस्था के सचिव दिव्यांशु बताते हैं कि ग्रीन गैंग डेढ़ सौ से ज्यादा गांवों में लगातार नशामुक्ति और जुए के खिलाफ अभियान चला रहा है। सीएम योगी के मिशन शक्ति के साथ अब ग्रीन गैंग की महिलाएं गांवों में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर बड़ा अभियान चलाएंगी। गैंग पुलिस के सहयोग से गांवों में बेटियों के प्रति होने वाले
अपराध को रोकने का प्रयास करेगा। गैंग ने मिशन शक्ति के दौरान छह महीने में 50 नए गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया है।
ग्रीन गैंग ने नक्सल प्रभावित 10 गांवों में महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग शुरू कर चुका है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के छात्रों की ओर से बनाई गई ‘होप’ संस्था ने गांव की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ग्रीन गैंग खड़ा किया था । महिलाओं को छात्रों ने चंदा इकट्ठा करके हरी साड़ी दी। ग्रीन ग्रुप की शुरुआत बनारस के खुशियारी गांव से हुई। दूर के गांवों में ये महिलाएं घंटों पैदल यात्रा करके पहुंचती हैं और दूसरे गांव की महिलाओं को भी जोड़ने का काम करती हैं। महिलाएं गीत गाकर व हाथ जोड़कर लोगों से शराब न पीने की अपील करती हैं।