सीरिया के होम्स पर इजरायल का मिसाइलों से हमला
दमिश्क: सीरिया की सरकारी संवाद समिति ने बताया कि देश की वायु सेना ने होम्स प्रांत में उसके वायु क्षेत्र में प्रवेश करने वाली मिसाइलों को मार गिराया है. सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने बताया कि यह घटना ‘‘आक्रामक’’ थी. हालांकि इसके बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी गई. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले के पीछे कौन है. इजरायली हमले की खबरों के बाद इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मुझे इस तरह की किसी भी घटना की कोई जानकारी नहीं है.’’ उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के साथ संयुक्त कार्रवाई कर सीरिया पर मिसाइल हमला किया था. सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में हाल में कथित रूप से सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी. इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे.इससे पहले रूस ने बीते 16 अप्रैल को कहा कि अपने सहयोगी देश सीरिया पर पिछले हफ्ते अमेरिका के नेतृत्व में हुए हमले के बावजूद उसे अमेरिका के साथ बातचीत को लेकर अब भी उम्मीदें हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि जब हमारे अमेरिकी सहयोगी अपने आंतरिक मुद्दे सुलझा लेंगे तब वॉशिंगटन द्वारा मौजूदा समय में (हमारे) द्विपक्षीय संबंधों को पहुंचायी गई क्षति के बावजूद एक तरह का संवाद शुरू होगा.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच संभावित वार्ता को लेकर दोनों देशों में किसी तरह की बातचीत नहीं हो रही है.वहीं दूसरी ओऱ रुस और सीरिया ने दुनिया के रासायनिक हथियार निगरानी निकाय को एक तथ्यान्वेषी मिशन को जहरीली गैस हमला के आरोपों की जांच के लिए डौमा भेजने की अबतक इजाजत नहीं दी है. नीदरलैंड्स में ब्रिटिश दूतावास ने बीते 16 अप्रैल को यह जानकारी दी. ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल ने ट्वीट किया कि रासायनिक हथियार निषेध संगठन के प्रमुख अहमत उजूमकू ने अपनी टीम की तैनात के संबंध में हुई आपात वार्ता के बारे में बताया लेकिन रुस एवं सीरिया ने अबतक दूमा जाने की इजाजत नहीं दी है. निर्बाध पहुंच जरुरी है. ब्रिटिश राजदूत पीटर विल्सन ने बैठक में यह भी अपील की कि (रासायनिक हमला करने वालों को) जवाबदेह ठहराया जाए और ऐसा नहीं करने से सीरिया एवं उसके पार रासायनिक हाथियारों के बर्बर उपयोग का खतरा बढ़ेगा ही.