सुरेश प्रभु ने निर्यात बढ़ाने के तौर-तरीकों पर विचार के लिए बुलाई बैठक
नयी दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने निर्यात प्रोत्साहन उपायों पर विचार के लिए वित्त और कपड़ा सहित विभिन्न विभागों की बैठक बुलाई है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के लिए निर्यात प्रोत्साहन रणनीति पर विचार किया जाएगा।’ यह बैठक इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि मार्च में चार महीने बाद देश के निर्यात में गिरावट आई है। कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नकारात्मक वृद्धि की वजह से मार्च में निर्यात 0.66 प्रतिशत घटकर 29.11 अरब डॉलर रह गया।
माह के दौरान पेट्रोलियम उत्पाद, कालीन, जूट उत्पाद, सिलेसिलाए परिधान, रत्न एवं आभूषण, लौह, अयस्क, मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पाद, आयल मील, तिलहन क्षेत्रों के निर्यात में गिरावट आई। अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न मंत्रालय और विभाग मसलन पेट्रोलियम, नागर विमानन, कृषि, फार्मा, एमएसएमई, दूरसंचार, कौशल विकास, खान तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी बैठक में भाग लेंगे। देश के निर्यात को बढ़ाने के लिए मंत्रालय राज्यों को शामिल करने और कारोबार सुगमता जैसे कई कदम उठा रहा है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों ने निर्यात में उल्लेखनीय योगदान दिया है। वित्त वर्ष 2017-18 में देश का निर्यात 302.84 अरब डॉलर रहा , जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 275.85 अरब डॉलर था।