स्वच्छ भारत अभियान : कचरा उठाने के लिए अब ‘डिजिटल इंडिया’ का सहारा, तिलैया से शुरुआत
रांची: देश में अब कचड़ा प्रबंधन और निस्तारण की पूरी प्रक्रिया को हाइटेक बनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत झारखंड के कोडरमा से की गई है. डिजिटल इंडिया के तहत हर घर में एक चिप लगाया जा रहा है, जिससे पूरी सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. कोडरमा में ‘स्वच्छ भारत मिशन‘ को अब ‘डिजिटल इंडिया’ से जोड़कर प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की शुरूआत कर दी गई है. झुमरीतिलैया नगर परिषद में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को और पारदर्शी बनाने को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के सभी घरों में एक डिजिटल चिप रेडिओ फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (आरएफआईडी) लगाने का काम शुरू किया गया है. चिप लगने से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी. सबसे बड़ी बात यह है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को ‘डिजिटल इंडिया’ से जोड़कर हाइटेक करने की शुरुआत झुमरीतिलैया शहर से ही किया गया है.
झुमरीतिलैया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पंकज झा ने बताया कि नगर परिषद क्षेत्र के सभी घरों में रेडिओ फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम लगाने का काम प्रारंभ कर दिया गया है. इससे हम ऑफिस में बैठे-बैठे ही हर घर से कचरा उठाव को मॉनिटर कर पाएंगे. झुमरी तिलैया के सभी घरों में इस डिवाइस को लगाने का काम चल रहा है. आरएफ आईडी लगा रही कंपनी केएमएसडब्ल्यू के स्पॉट इंचार्ज नीरज कुमार ने बताया कि इस डिवाइस में एक सेंसर लगा है और ऐसा ही सेंसर हमारे कर्मचारी के पास भी रहेगा. इससे उसके डिवाइस के नजदीक पहुंचते ही हमें इसकी जानकारी मिल जाएगी कि कचरा कलेक्शन की गाड़ी कहां पहुंची और कहां नहीं.
सरकार की ओर से सफाई व्वयस्था को डिजिटल बनाकर स्वच्छ भारत मिशन को पारदर्शी बनाने की शुरुआत कोडरमा से हो चुकी है.