होम-कार लोन होगा सस्ता, RTGS और NEFT पर अब नहीं लगेगा शुल्क
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भारतीय जनता को एक तोहफा दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा के दौरान घटाकर रेपाे रेट दर 5.75% कर दिया है। रिजर्व बैंक ने रीपो रेट में 0.25% कटौती की है। इससे उपभोक्ता को कर्ज लेना सस्ता होगा और ईएमआई में कमी आएगी। अब कार लोन, होम लोन सस्ता हो जाएगा।
एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने रेपो रेट में कटौती का समर्थन किया है। वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी विकास दर अनुमान को 7.2 फीसदी से घटाकर सात फीसदी कर दिया गया है। छह सदस्यीय एमपीसी की बैठक की अध्यक्षता आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने की।
रेपो रेट कम होने से ये होगा फायदा
रेपा रेट ब्याज की वह दर होती है, जिस पर रिजर्व बैंक बैकों को फंड मुहैया कराता है। रेट घटने से बैंकों को आरबीआई से सस्ती फंडिंग प्राप्त हो सकेगी, इसलिए बैंक भी अब कम ब्याज दर पर होम लोन, कार लोन सहित अन्य लोन ऑफर कर पाएंगे। इससे नया लोन सस्ता होगा, जबकि लोन ले चुके लोगों को या तो ईएमआई में या रीपेमेंट पीरियड में कटौती का फायदा मिलेगा।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वालों के लिए खुशखबरी
इसके अलावा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वालों को भी आरबीआई की बैठक से खुशखबरी प्रदान की है। रिजर्व बैंक ने RTGS और NEFT लेनदेन पर लगाए गए शुल्क को हटा दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि अब RTGS और NEFT के जरिए ट्रांजेक्शन करने वाले लोगों को किसी भी तरह का एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा।