52.3 degrees in Delhi: दिल्ली में कैसे पहुंचा 52.3 डिग्री तापमान? केंद्रीय मंत्री ने उठाए सवाल,कैसे मापा जाता है तापमान
52.3 degrees in Delhi: पूरा उत्तर भारत गर्मी की तपिश में जल रहा है. दिल्ली सहित पूरे NCR में भीषण गर्मी पड़ रही है. घर हो या बाहर कहीं भी सुकून नहीं है. बेचैनी पैदा करने वाले हालात बने हैं.गर्मी का आलम यह है कि दिल्ली में तापमान 52 डिग्री सेल्यिसस पार कर चुका है. दिल्ली के मुंगेशपुर इलाके में बुधवार को अधिकतम तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह राष्ट्रीय राजधानी में अब तक दर्ज किया गया सर्वाधिक तापमान है.
अब इस टेंपरेचर को देखकर आईएमडी का पारा हाई हो चुका है. खुद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू इस टेंपरेचर को देखकर हैरान हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘यह अभी आधिकारिक नहीं है. दिल्ली में 52.3 डिग्री सेल्सियस तापमान बहुत कम संभावना है. आईएमडी में हमारे वरिष्ठ अधिकारियों को समाचार रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए कहा गया है. आधिकारिक स्थिति जल्द ही बताई जाएगी.’
52.3 degrees in Delhi: आधिकारिक नहीं है यह तापमान
किरेन रिजिजू ने कहा कि यह तापमान आधिकारिक नहीं है. दिल्ली में 52.3 डिग्री सेल्सियस पारा पहुंचने की संभावना काफी कम है. इसे लेकर आईएमडी की ओर जांच पड़ताल की जाएगी. जल्द ही इसकी आधिकारिक पुष्टि की जाएगी. उन्होंने आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारियों को मुंगेशपुर मौसम केंद्र के डेटा को सत्यापित करने का काम सौंपा है.
52.3 degrees in Delhi: मौसम विभाग ने कहा- डेटा की हो रही है जांच
आईएमडी के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तापमान यह तो सेंसर में त्रुटि या स्थानीय कारणों की वजह से हो सकता है. दिल्ली एनसीआर के अन्य मौसम केंद्रों की तुलना में यह पारा एकदम अलग और असामान्य लग रहा है. इस डेटा की जांच करने के लिए एक टीम को मुंगेशपुर मौसम केंद्र भेजा गया है.
52.3 degrees in Delhi: कैसे मापा जाता है तापमान
IMD पारंपरिक वेधशालाओं में हवा का तापमान, आर्द्रता, वायुदाब, बारिश और हवा की गति और दिशा जैसे मौसम के आंकड़ों को रिकॉर्ड कर रहा है. वर्तमान में, IMD मौसम की भविष्यवाणी के लिए 550 से अधिक वेधशालाओं का संचालन करता है, लेकिन मौसम प्रणालियों जैसे चक्रवात और मानसून की लगातार निगरानी के लिए यह मैनुअल नेटवर्क पर्याप्त नहीं है.
52.3 degrees in Delhi: 15 नए स्थानों पर AWS स्थापित किया गया है
इसमें सुधार करने के लिए, IMD ने मानवीय हस्तक्षेप को कम करने के लिए स्वचालित मौसम स्टेशन (AWS) के साथ अपने नेटवर्क का विस्तार किया है. 2022 की गर्मियों से, IMD ने दिल्ली और NCR में 15 नए स्थानों पर AWS स्थापित किए हैं, जो मौजूदा मैनुअल स्टेशनों के साथ मौसम की निगरानी को बढ़ाते हैं.
AWS हर घंटे परिवेशी हवा का तापमान, सापेक्षिक आर्द्रता, वर्षा, हवा की गति और हवा की दिशा को मापता है. ये स्टेशन स्वचालित रूप से मौसम डेटा का निरीक्षण और प्रसारण करते हैं, जिसे 24 घंटे के घड़ी पर भारतीय मानक समय (IST) में रिपोर्ट किया जाता है. परिवेशी हवा के तापमान को विद्युत प्रतिरोध थर्मामीटर का उपयोग करके डिग्री सेल्सियस में मापा जाता है.
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52.3 degrees in Delhi: दिल्ली में कहां-कहां हैं ऑब्जर्वेटरी?
दिल्ली में 15 ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगे हुए हैं. ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन में कुछ सेंसर्स होते हैं जो 24 घंटे लगातार काम करते रहते हैं. ये चार पैरामीटर (तापमान, हवा की दिशा, हवा की गति और रेनफॉल) पर रीडिंग नोट करते हैं और हर आधे घंटे में मौसम विभाग को भेजते हैं. इसके अलावा मैनुअल ऑब्जर्वेटरी से भी तापमान, हवा की दिशा, हवा की गति और रेनफॉल को नापा जाता है. मैनुअल ऑब्जर्वेटरी हर तीन घंटे में डेटा पुणे नेशनल डेटा सेंटर भेजती है जहां से लाइव तापमान की एक रीडिंग मिलती रहती है. दिल्ली में मैनुअल ऑब्जर्वेटरी सफदरगंज, पालम, लोधी रोड, रिज और आयानगर में है.