CAG Report Tabled in RS: राज्य सभा में Rafael पर CAG रिपोर्ट पेश, डील का पूरा ब्योरा
राज्य सभा में बजट सत्र के आखिरी दिन राफेल सौदे (Rafale Deal) पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की गई है.
बीजेपी के पी राधाकृष्णन ने राज्य सभा में CAG की रिपोर्ट पेश की है. इस रिपोर्ट का नाम है CAG report — Air Force, Performance Audit on “Capital Acquisition in Indian Air Force. इसमें राफेल डील का पूरा ब्योरा लिखा हुआ है.
इसे लोकसभा में भी पेश किया जा सकता है. रिपोर्ट पेश होने के बाद लोकसभा में हंगामा हो सकता है. परंपरा के मुताबिक CAG रिपोर्ट की एक कॉपी राष्ट्रपति के पास और दूसरी कॉपी वित्त मंत्रालय के पास भेजी जाती है. सूत्रों के अनुसार CAG की इस पर रिपोर्ट दो अलग-अलग हिस्सों (Parts) में तैयार की गई है. इस रिपोर्ट को नाम दिया गया है- ‘एयर एक्विजिशन.’
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो दोपहर बाद इस मुद्दे पर विस्तार से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
बता दें कि मौजूदा बजट सत्र नरेंद्र मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण सत्र है. 16वें लोकसभा का बुधवार को अंतिम सत्र है इसलिए माना जा रहा है कि सदन में राफेल डील पर CAG की रिपोर्ट रखे जाने की संभावना है. अप्रैल-मई में आम चुनाव के बाद 17वीं लोकसभा का गठन होगा.
क्या है राफेल सौदा?
राफेल डबल इंजन से लैस आधुनिक लड़ाकू विमान है. इसका निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन ने किया है. भारत सरकार ने फ्रांस के साथ 36 आधुनिक लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा किया है. फ्रांस यात्रा के दौरान अप्रैल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों की सरकार के स्तर पर समझौते के तहत 36 राफेल विमानों के खरीदने की घोषणा की थी.
भारत और फ्रांस के बीच 36 विमानों का यह सौदा 58,000 करोड़ रुपयों का है.
कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर इस सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है. पार्टी इसे मुद्दे पर सड़क से संसद तक में जोर-शोर से विरोध-प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि उसके (यूपीए) शासनकाल में भारत सरकार द्वारा वायुसेना की मजबूती के लिए फ्रांस से 126 विमानों के लिए 54,000 करोड़ रुपए में सौदा तय किया गया था. लेकिन 2014 में केंद्र में सत्ता आने पर मोदी सरकार ने विमानों की संख्या को 126 से घटाकर 36 कर दिया जबकि लागत बढ़ाकर 58,000 करोड़ रुपए कर दिया.