PM मोदी ने कसा तंज, संसद में गले मिलना और गले पडऩे का फर्क पता चला
नई दिल्ली। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुचारू ढंग से चलाने के लिए स्पीकर का आभार जताते हुए कहा कि स्पीकर ने देवी अहिल्याबाई के जीवन को चरितार्थ करने की कोशिश यहां की है। पीएम मोदी ने कहा कि आपने कभी-कभी कठोर फैसले लिए हैं, वह भी लोकतंत्र और संसद की मर्यादा को बनाए रखने के तहत लिए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 में मुझे भी पहली बार ही संसद आने का मौका मिला था, और तब मैं बिल्कुल नया था। लेकिन जब मैं यहां बैठा तो यहां एक प्लेट देखी, जहां पता चला कि उसपर सिर्फ 3 प्रधानमंत्रियों के ही नाम हैं जबकि मेरे से पहले 13 प्रधानमंत्री रहे हैं। ऐसा क्यों हुआ होगा, इस पर कोई विचारक हमारा मार्गदर्शन करेंगे।
मोदी ने कहा कि पहली बार 2014 में कांग्रेस के गोत्र के बिना पहली सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि 4 साल में 8 सत्र ऐसे रहे जिनमें 100 फीसदी से ज्यादा काम हुआ, औसतन हमने 85 फीसदी से ज्यादा काम किया है।
मोदी ने पहली बार सबसे ज्यादा महिला सदस्य इस लोकसभा में चुनकर आईं हैं और 44 सांसद तो पहली बार चुनकर लोकसभा पहुंचीं हैं। कैबिनेट में पहली बार सबसे ज्यादा महिला मंत्री हैं और सुरक्षा सम्बंधी समिति में भी रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री के रूप में दो महिलाएं शामिल हैं। स्पीकर से लेकर लोकसभा सेक्रेटरी जनरल भी महिला ही हैं।