राममंदिर निर्माण मामले में बोलीं निर्मला सीतारमण, सरकार पर रखिए विश्वास
बेंगलूरू। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि लोगों को राम मंदिर और अन्य मुद्दों पर भाजपा से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं और उन्हें मोदी सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को मंदिर का निर्माण नहीं करने के लिए भाजपा को दंडित नहीं करना चाहिए। सीतारमण ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर शिकायत नहीं करनी चाहिए क्योंकि भारत में वास्तविक काम हो रहा है। देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को खोना वहन नहीं कर सकता।
रक्षामंत्री ने थिंकर्स फोरम द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राम मंदिर का जिक्र किया और कहा कि लोगों को इसका निर्माण नहीं करने के लिए भाजपा को दंडित नहीं करना चाहिए। रक्षामंत्री ने कहा, ‘आपकी उच्च स्तर की उम्मीदों का इस्तेमाल इस चुनाव के लिए नहीं होना चाहिए, इस तरह कह कर कि नहीं-नहीं, आपने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मंदिर नहीं बनाए जाने की वजह से हमें दंडित न करें। मैं यह उदाहरण इसलिए दे रही हूं क्योंकि यह मेरे दिल के बहुत करीब है। सीतारमण ने कहा, ‘…सरकार का रुख देखिए। हम उच्चतम न्यायालय गए हैं और कहा है कि हमें जमीन दीजिए। वहां मुद्दे हैं…सरकार पर विश्वास रखिए। विश्वास रखिए।’ केंद्र सरकार 29 जनवरी को उच्चतम न्यायालय पहुंची थी और विवादित स्थल के आसपास की अधिगृहीत की गई 67 एकड़ अविवादित जमीन वास्तविक स्वामियों को लौटाने की अनुमति मांगी थी।कार्यक्रम में एक प्रतिभागी ने पूछा कि भारत पुलवामा आतंकी हमले के बाद वैसी कार्रवाई कयों नहीं कर सकता जैसी अमेरिका ने पाकिस्तान के भीतर ओसामा बिन लादेन के खिलाफ की थी। इस पर रक्षामंत्री ने कहा कि इसे अच्छी तरह देखा गया है, अच्छी तरह समझा गया है और यह अच्छी तरह से ध्यान में है। उन्होंने कहा, ‘मैं यकीन के साथ कह सकती हूं कि इसे अच्छी तरह ध्यान में रखा गया है। मैं रेखांकित करती हूं कि इसे अच्छी तरह ध्यान में रखा गया है।’ सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और जो पुलवामा आतंकी हमले के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी होगी।