दोबारा परीक्षा कराए जाने के सीबीएसई के फैसले के खिलाफ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 4 अप्रैल को
नई दिल्ली: पूरे देश में सीबीएसई पेपर लीक का कड़ा विरोध हो रहा है. चारों तरफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में तीन याचिकाएं दाखिल की गई हैं. कोर्ट में दाखिल की गई पहली याचिका में दोबारा परीक्षा कराने का विरोध करते हुए पुरानी परीक्षा के आधार पर ही रिज़ल्ट घोषित करने की मांग की गई है. इस जनहित याचिका को दीपक कंसल ने दायर किया है और पेपर लीक मामले की जांच सीबीआइ से कराए जाने की भी मांग की. याचिका में कंसल ने मामले की जांच सीबीआइ को देने के साथ ही तथ्यों और परिस्थितियों की गहराई से जांच करने के लिए विशेष उच्चस्तरीय समिति गठित करने की मांग की है.दूसरी याचिका केरल के शहर कोचीन के 10वीं के छात्र रोहन मैथ्यू ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की है. रोहन ने अपनी अर्जी में कहा है कि कोर्ट सीबीएसई के फैसले को रद्द करे और बोर्ड की हो चुकी परीक्षा के आधार पर रिजल्ट घोषित करने का आदेश करे. रोहन ने अपनी अर्जी में कहा है कि परीक्षा दोबारा होना छात्रों के साथ ज्यादती है.तीसरी अर्जी वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने दाखिल की है और इस पेपर लीक की सीबीआई से जांच की मांग की है. साथ की कहा है कि हर प्रभावित छात्र को एक-एक लाख रुपये मुआवजा दिया जाए. सभी याचिकाओं की सुुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चार अप्रैल को होगी.