JNU के असिस्टेंट प्रोफेसर पर साहित्यिक चोरी का आरोप, कोर्ट ने 25 हजार रुपये का लगाया जुर्माना
नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर कथित साहित्य चोरी( प्लेगिएरिज्म) पर उनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर जवाब देने के लिए बार बार समय मांगने पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया. अदालत ने गौस मशकूर खान पर जुर्माना लगाते हुए उन्हें जवाब देने के लिए अंतिम अवसर दिया. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने कहा कि खान ने बीती कई तारीखों पर अपना हलफनामा दायर नहीं किया और उन्हें पिछली बार अंतिम मौका दिया गया था लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं पड़ा.
पीठ ने कहा, ‘‘ मंशा जाहिर है क्योंकि याचिका में प्रतिवादी( खान) की नियुक्ति को चुनौती दी गई है. ’’ पीठ ने कहा कि दो सप्ताह में 25 हजार रुपये का जुर्माना भरने के साथ उन्हें जवाब दायर करने के लिए एक अंतिम मौका दिया जाता है. इससे पहले पीठ ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को 2012 से 2014 के बीच के सहायक प्रोफेसरों के रिकार्ड पेश करने का निर्देश दिया था जब वह कथित रूप से तुर्किश भाषा एवं साहित्य में परास्नातक डिग्री की पढाई कर रहे थे.
HRD रैंकिंग में JNU टॉप 10 में
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अपनी राष्ट्रीय रैंकिंग में बेंगलूर स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) को समग्र रूप से सर्वश्रेष्ठ संस्था चुना है. यहां विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में रैंकिंग की घोषणा करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मद्रास स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी- एम) को सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कॉलेज और अहमदाबाद स्थित भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम-ए) को सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन संस्थान चुना गया है.
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग ढांचे (एनआईआरएफ) के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस को सर्वश्रेष्ठ कॉलेज चुना गया. इस श्रेणी में दूसरे स्थान पर सेंट स्टीफंस कॉलेज रहा, जिसने पहली बार रैंकिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया था. विश्वविद्यालय श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान को पहले, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को दूसरे और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को तीसरे पायदान पर रखा गया.