उत्तर प्रदेश में ईवीएम को लेकर बवाल, विवादों का चुनाव अयोग ने दिया जवाब
नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, चंदौली में हुई ईवीएम घटना पर अब चुनाव आयोग ने कहा कि सभी आरोपों को निराधार हैं। सभी EVM कड़ी सुरक्षा में हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में ईवीएम की गड़बड़ियों वाले आरोप पर चुनाव आयोग ने कहा कि वहां पर स्ट्रॉन्ग रूम को लेकर प्रत्याशियों के द्वारा जो सवाल खड़े किए गए थे, उन्हें सुलझा लिया गया है। यूपी के गाजीपुर के जंगीपुर में बने स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सोमवार देर शाम गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंच गए और धरना दिया था।
डीएम ने बताया कि अंसारी की ओर से पहले पांच-पांच प्रतिनिधि, फिर तीन-तीन और बाद में दो प्रतिनिधियों को आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में तैनात करने की मांग की गई। डीएम ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम में भीड़ बढ़ने की आशंका को देखते हुए अंसारी से एक प्रतिनिधि ही रखने के लिए कहा गया जिसे काफी समझाने के बाद वह मान गए।
चंदौली में सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र की रिजर्व ईवीएम को स्थानीय मंडी समिति में रखने को लेकर गठबंधन और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। यहां विधायक प्रभुनारायण यादव समेत तमाम नेता धरने पर बैठ गए। उन्होंने जिला प्रशासन पर ईवीएम बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाया। इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम को लेकर कुछ लोगों ने बहुत हल्के किस्म के आरोप लगाए थे। ईवीएम पूरी सुरक्षा में हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया है। चंदौली के जिलाधिकारी ने कहा कि रिजर्व मशीनों को रखे जाने के बारे में सभी दलों को पहले से सूचना दे दी गई थी, इसके बाद भी समाजवादी पार्टी के लोगों ने हंगामा किया।
डुमरियागंज में भी रिजर्व ईवीएम को दूसरी जगह ले जाए जाने पर विवाद हो गया। डुमरियागंज में जब रिजर्व ईवीएम को दूसरी जगह ले जाया जा रहा था तो विभिन्न पार्टियों के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने इस पर सवाल उठाया। इस दौरान तहसीलदार इटवा उनके सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इसके बाद एसपी-बीएसपी गठबंधन के कार्यकर्ता नाराज हो गए। बाद में आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने नाराज प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को स्ट्रॉन्ग रूम ले जाया गया और उन्हें ईवीएम की सुरक्षा दिखाई गई। इस संबंध में चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम पूरी सुरक्षा में हैं और प्रोटोकॉल का पालन किया गया है। विरोध-प्रदर्शन अनावश्यक था। प्रदर्शनकारियों को डीएम और एसपी ने समझाया है। अब यह मामला सुलझ गया है।
झांसी में रिजर्व और खराब ईवीएम को दूसरी जगह ले जाए जाने के दौरान विवाद हो गया। इस मसले पर अब चुनाव आयोग ने कहा कि झांसी में ईवीएम को पूरी सुरक्षा में प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की मौजूदगी में रखा गया है। अब यह मुद्दा सुलझ गया है।