जरूरत पड़ी तो मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा: गोपाल भार्गव
भोपालः मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने एक बार फिर दोहराया है कि विधानसभा सत्र के दौरान जरूरत हुई तो फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा. भार्गव ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को पत्र लिखा है. सत्र बुलाना राज्यपाल का विशेषाधिकार है, सत्र बुलाया जाता है. उस दौरान विभिन्न मसलों पर चर्चा होगी और जरूरी हुआ तो फ्लोर टेस्ट कराया जाएगा.”
भार्गव ने सोमवार को राज्यपाल को पत्र खिला था. पत्र में राज्य की समस्याओं का जिक्र करते हुए चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया था. इसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भार्गव को एक जवाबी पत्र लिखकर साफ किया था कि वह जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए सदैव तैयार हैं. लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान संपन्न होने के बाद विभिन्न समाचार माध्यमों ने एग्जिट पोल जारी किया, जिसमें भाजपा की में वापसी का अनुमान जाहिर किया गया है. इन एग्जिट पोल ने राज्य की सियासत में भी हलचल ला दी है. एग्जिट पोल के मुताबिक राज्य की 29 में से एक से छह सीटें ही कांग्रेस को मिल रही हैं. ज्ञात हो कि 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के 114 और भाजपा के 109 विधायक हैं. कांग्रेस सरकार बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से चल रही है. बता दें इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने फ्लोर टेस्टिंग को लेकर कहा था कि वह तोड़-फोड़ की राजनीति पर भरोसा नहीं करते और न ही भाजपा इसके पक्ष में है.