कांग्रेस की समीक्षा बैठकों में हंगामा जारी, यूपी की बैठक में गाजियाबाद के नेताओं का अंदर-बाहर बवाल
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव की समीक्षा के लिए बुलाई गई यूपी कांग्रेस की बैठक में जम कर मतभेद उभरे. एक तरफ जहां महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक नेता की बहस हो गई तो वहीं बैठक से बाहर निकलने पर नेता आपस में भिड़ गए और उनमें झड़प होते होते बची. बैठक में सिंधिया के यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर भी मौजूद थे. कांग्रेस वॉर रूम में ये लगातार दूसरी बैठक है जिसमें नेताओं की आपस में नोकझोंक हुई. इससे पहले हरियाणा की बैठक में नेताओं की बहस हुई थी.
मंगलवार को दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर पार्टी महासचिव और पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पश्चिमी यूपी के लगभग दस लोकसभा सीटों की बैठक बुलाई थी. सुबह से एक-एक करके लोकसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार और पार्टी नेताओं के साथ सिंधिया ने बैठक की जिसमें उन्होंने पार्टी की करारी हार की वजहों पर बात की. बैठक के आखिरी हिस्से में गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र की बैठक के दौरान गाजियाबाद कांग्रेस नेता केके शर्मा की सिंधिया से तीखी बहस हो गई. जानकारी के मुताबिक बैठक में शर्मा ने पूर्व प्रभारी गुलाम नबी आजाद की शिकायत की जिस पर सिंधिया ने आपत्ति जताई. इसके बाद सिंधिया की शर्मा से बहस हो गई और सिंधिया ने शर्मा से बैठक से बाहर जाने तक को कह दिया. केके शर्मा ने कहा कि उन्होंने समीक्षा के दौरान संगठन की कमी और पूर्व प्रभारी गुलाम नबी आजाद की कार्यप्रणाली की शिकायत की. उन्होंने आजाद पर टिकट के लिए पैसे लेने का आरोप लगाया साथ ही सिंधिया के रवैए पर भी सवाल उठाए.
गाजियाबाद की बैठक खत्म होने बाद कांग्रेस वॉर रूम के बाहर निकल कर दो नेता आपस में भिड़ गए. दरअसल बैठक के दौरान गाजियाबाद कांग्रेस के जिला अध्यक्ष हरेंद्र कसाना ने उम्मीदवार डॉली शर्मा की शिकायत की थी. इससे नाराज डॉली शर्मा के पिता नरेंद्र भारद्वाज ने बैठक खत्म होने के बाद कसाना को हड़काया. इसके बाद दोनों नेता भीड़ गए और दोनों में झड़प होते-होते बची.
ये बैठक दिल्ली में 15 रकाबगंज रोड स्थित कांग्रेस वॉर रूम में हुई. आज से कांग्रेस ने यूपी की समीक्षा शुरू की है जिसके तहत पश्चिमी यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने क्षेत्र के लगभग दस लोकसभा सीटों की बैठक बुलाई थी. पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी बुधवार को रायबरेली में पूर्वी यूपी की बैठक लेंगी. वहीं पश्चिमी यूपी की बाकी बची सीटों की समीक्षा बैठक 14 जून को ज्योतिरादित्य सिंधिया लखनऊ में करेंगे. पिछले दिनों दिल्ली में प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज बब्बर आदि ने प्रभारी सचिवों के साथ बैठक की थी जिसमें प्रियंका ने संगठन में बड़े फेरबदल की बात कही थी.
आज की समीक्षा बैठक में नेताओं ने हार के जो कारण गिनाए उनमें साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण, कमजोर संगठन और बाहरियों को टिकट में तरजीह दिया जाना अहम थे. देखना है कि पूरे यूपी की समीक्षा के बाद कांग्रेस मिशन 2022 के मद्देनजर कौन-कौन से कदम उठाती है.