गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश दीव को विस्तृत परामर्श जारी कर उनसे सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा। जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि किसी को जान नहीं गंवानी पड़े, अहम आधारभूत ढांचे को होने वाले संभावित नुकसान को न्यूनतम किया जा सके और चक्रवात का असर खत्म हो जाने के तुरंत बाद सभी आवश्यक सेवाओं को जल्द दुरुस्त किया जा सके।गुजरात और दीव के अधिकारियों ने बुधवार की सुबह से संवेदनशील इलाकों से करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने की योजना बनाई। इन लोगों के रहने के लिए करीब 700 चक्रवात एवं राहत आश्रय गृह बनाए गए हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि शाह ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को बरकरार रखने और चक्रवात से नुकसान होने की स्थिति में तत्काल उन सेवाओं को बहाल किए जाने पर भी बल दिया।
मंत्रालय गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक की सरकारों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के साथ निरंतर संपर्क में है। अधिकारी ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना, थलसेना और वायु सेना की इकाइयों को तैयार रखा गया है और निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर हवाई निगरानी कर रहे हैं। वायु सेना ने मानवीय सहायता और आपदा मोचन (एचएडीआर) अभियान चलाने के लिए एक सी-17 परिवहन विमान को तैनात किया है।वायु सेना ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘चक्रवाती तूफान वायु: आज वायु सेना के एक सी-17 विमान ने नई दिल्ली से विजयवाड़ा के लिए उड़ान भरी। विमान से विजयवाड़ा से एनडीआरएफ के करीब 160 जवानों को हवाई मार्ग से जामनगर पहुंचाने की योजना है ताकि वे एचएडीआर मिशन चला सकें और गुजरात में तूफान प्रभावित लोगों को बचा सकें।’’ शाह ने नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे सक्रिय रहने के भी निर्देश दिए।
मौसम विभाग के अनुसार ‘वायु’ के 13 जून को तड़के गुजरात तट पर पहुंचने की आशंका है। इससे गुजरात के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। यह पोरबंदर और महुआ के बीच वेरावल तथा दीव क्षेत्र के आसपास समुद्र तट से टकरा सकता है। 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाला तूफान 13 जून की सुबह 135 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पकड़ सकता है।
मौसम विभाग सभी संबंधित राज्यों को नौ अप्रैल से नियमित बुलेटिन जारी कर रहा है। इस बीच कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की जिसने तूफान वायु से संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। मीडिया में मुनादी और सामूहिक एसएमएस भेजकर लोगों को तूफान के बारे में चेतावनी देने की व्यवस्था की गयी है।