बेटे को पड़ी मोदी की डांट तो विजयवर्गीय को याद आए संस्कार, कहा- ‘आकाश के पितामह की तरह हैं PM, होगा सुधार’
इंदौर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से मारपीट के मामले में विधायक बेटे को पड़ी डांट के बाद बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ी बात कही है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि पीएम मोदी मेरे लिए पिता तुल्य और आकाश के लिए पितामह की तरह हैं. उनकी डांट आकाश के राजनीतिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और इससे अब सुधार होगा. आकाश ने मध्य प्रदेश के इंदौर में नगर निगम के अधिकारी को सरेआम बैट से पीटा था.
’पीएम मोदी हमारे परिवार के मुखिया- कैलाश विजयवर्गीय
इस मामले में सवालों का जवाब देते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘’पीएम मोदी हमारे परिवार के मुखिया हैं. मेरे लिए पिता तुल्य और आकाश के लिए पितामह समान हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’अगर पीएम मोदी ने डांट भी दिया तो उसमें कोई बुराई नहीं है. परिवार के मुखिया को यह अधिकार होता है कि वह गलती करने पर टोके, उसमें सुधार के लिए कहे. उनकी डांट से भी सुधार ही होगा.’’ बता दें कि मारपीट के इस मामले में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए बीजेपी संसदीय दल की बैठक में आकाश विजयवर्गीय की हरकत पर नाराज़गी जताते हुए दो टूक कहा था कि बेटा किसी सांसद का हो या किसी मंत्री का. ऐसा कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
खुले मंच से पीएम मोदी की चेतावनी
पीएम मोदी को आकाश विजयवर्गीय मामले की जानकारी घटना के दिन ही दे दी गई थी. घटना के सात दिन बाद पीएम मोदी ने खुले मंच से कह दिया कि पार्टी के अंदर अंहकार, दुरव्यवहार और घंमंड की कोई जगह नहीं है. पीएम मोदी ने कहा है कि इस तरह की घटना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ऐसी घटनाएं तुरंत रोकी जानी चाहिए. 30 जून को जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए थे आकाश
बता दें कि 26 जून को कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर के गंजी कम्पाउंड क्षेत्र में एक जर्जर भवन ढहाने गए नगर निगम के एक अधिकारी को बैट से पीट दिया था. आकाश विजयवर्गीय का कहना था कि मकान में रह रही महिलाओं को जबरन निकाला गया. इस घटना के बाद पुलिस ने इंदौर से विधायक आकाश को गिरफ्तार कर लिया था. आकाश 30 जून को जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुए थे.
अपने किए पर कोई ‘अफसोस नहीं‘- आकाश
जेल से रिहा होने के बाद आकाश से जब मारपीट के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने जो किया उसका कोई अफसोस नहीं है. उन्होंने कहा, ”ऐसी स्थिति में जब पुलिस के सामने एक महिला को घसीटा जा रहा था, मैं कुछ और करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था, मैंने जो किया उसका अफसोस नहीं है. लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें.”