लोकसभा में NIA संशोधन बिल पास, शाह और ओवैसी में छिड़ी बहस
नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी (National Investigation Agency) संशोधन विधेयक पास हो गया है। इससे पहले इस पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि सरकार की इस कानून के दुरुपयोग की कोई मंशा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कानून का इस्तेमाल आतंकवाद को खत्म करने के लिए किया जाएगा, मगर इस दौरान यह भी कतई नहीं देखा जाएगा कि यह किस धर्म के व्यक्ति ने किया है। शाह ने विपक्षी सांसदों के सवालों पर कहा कि पोटा (POTA) कानून को दुरुपयोग के कारण नहीं, बल्कि वोट बैंक के कारण खत्म किया गया था। इस बहस के दौरान शाह और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।
278 के मुकाबले विरोध में मात्र 6 वोट…
गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा कि इस पर मत-विभाजन जरूर होना चाहिए। इसकी हम भी मांग करते हैं ताकि पता चल जाए कि कौन आतंकवाद के साथ है और कौन नहीं। मत विभाजन में सदन ने 6 के मुकाबले 278 मतों से विधेयक को पारित किए जाने के लिए विचार करने के लिए रखने की अनुमति दे दी। गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने कहा कि इस संशोधन विधेयक का मकसद एनआईए अधिनियम को मजबूत बनाना है।
बढ़ेगा NIA की जांच का दायरा…
गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि एनआईए ने 272 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। इनमें 52 मामलों में फैसले आए और 46 में दोष सिद्ध किया जा सका। रेड्डी ने बताया कि 99 मामलों में आरोपपत्र दाखिल हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित विधेयक से एनआईए की जांच का दायरा बढ़ाया जा सकेगा और वह भारतीय एवं भारतीय परिसंपत्तियों से जुड़े मामलों की जांच कर सकेगी जिसे आतंकवाद का निशाना बनाया गया हो।